भू-माफिया की गिरफ्तारी को लेकर आदिवासियों ने समाहरणालय पर दिया धरना
घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित थे आदिवासी समुदाय के लोग
कटिहार. ऑफिसर्स कॉलोनी उरांव टोला निवासी आदिवासी समुदाय के दर्जनों लोग बुधवार को समाहरणालय परिसर में अपने पारंपरिक हथियार के साथ धरना दिया. इस दौरान ऑफिसर्स कॉलोनी के उरांव टोला में 76 डिसमिल जमीन पर बसे आदिवासी समुदाय के घरों को उजाड़ने वाले भू-माफिया की गिरफ्तारी सहित अन्य मांगों का ज्ञापन सौंपा. इस दौरान वहां सुरक्षा की पुख्ता इंतजाम थे. दो दिन पूर्व सहायक थाना क्षेत्र के ऑफिसर्स कॉलोनी के उरांव टोला में वर्षों से रह रहे आदिवासी समुदाय के घरों में कुछ लोगों ने तोड़फोड़ कर भूमि पर कब्जा कर लिया था. जिसकी शिकायत लेकर पीड़ित आदिवासी समुदाय के लोग समाहरणालय पहुंचकर अपने शरीर पर पेट्रोलियम पदार्थ डालकर आत्मदाह का प्रयास किया था. एक साथ 10 महिलाओं के आत्मदाह करने के प्रयास की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक महक में हड़कंप मच गया था. एसडीओ सदर आलोक कुमार, एसडीपीओ सदर अभिजीत सिंह सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी एवं प्रशासनिक अधिकारी ने पीड़ित आदिवासी समुदाय के महिला व पुरुष को समझा बूझाकर एवं उस मामले में कार्रवाई करने का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया. लेकिन पीड़ित आदिवासी समुदाय के लोगों को आरोप है कि दो दिनों के बाद भी भूमिया की गिरफ्तारी नहीं हुई है. सभी लोगों का घर टूट जाने के कारण खुले आसमान के नीचे सोने को विवश है.
जिला पदाधिकारी को दिया ज्ञापन
धरना का नेतृत्व कर रहे आदिवासी समुदाय के लोगों ने नगर सहायक थाना कांड संख्या 631/ 24 के प्राथमिकी अभियुक्त को गिरफ्तार करने, टाइटल सूट वाद के बाद भी घरों को तोड़ना न्याय संगत कार्रवाई नहीं है. इसलिए उन आरोपितों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए सहित अन्य मांगों का ज्ञापन सौंपा.
जिला पदाधिकारी के निर्देश पर जांच में जुटे अधिकारी
इस मामले को लेकर जिला पदाधिकारी के निर्देश पर सदर अनुमंडल पदाधिकारी आलोक कुमार के नेतृत्व में जांच टीम गठित की गई हैं. सीओ सदर विवादित भूखंड के दस्तावेज की जांच में जुट गयी है. समाहरणालय परिसर में मौजूद दंडाधिकारी ललित कुमार एवं अमित कुमार ने बताया कि जिला पदाधिकारी के निर्देश पर विवादित भूमि की जांच की जारी है. इसमें जो भी दोषी है, उसे छोड़ा नहीं जायेगा. धरना प्रदर्शन को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद थी. सदर एसडीपीओ के निर्देश पर सहायक थाना अध्यक्ष पंकज प्रताप सहित भारी संख्या में पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल तैनात थे. पुलिस पदाधिकारी आदिवासी समुदाय के लोगों से बात कर हर संभव कार्रवाई करने की बात कर रहे थे.
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