24 घंटे में महानंदा नदी के जलस्तर में 181 सेंटीमीटर की वृद्धि
जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
कटिहार. जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. साथ ही महानंदा नदी के जलस्तर में शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन भी अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गयी है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल की रिपोर्ट के महानंदा नदी का जलस्तर झौआ गुरुवार को दोपहर 12.00 बजे 2812 सेंटीमीटर दर्ज किया गया था. जबकि 24 घंटे बाद यानी शुक्रवार को दोपहर 12 बजे यहां का जलस्तर बढ़ कर 2993 सेंटीमीटर हो गया है. यानी पिछले 24 घंटे में महानंदा नदी का जलस्तर झौआ में 181 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है. लगातार हो रही बारिश व महानंदा नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि से तटबंध के भीतर के गांव के लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. दूसरी तरफ गुरुवार को लगातार तीसरे दिन भी गंगा, कोसी, बरंडी व कारी कोसी नदी के जलस्तर कमी दर्ज की गयी है. इस बीच बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल से मिली रिपोर्ट के मुताबिक महानंदा नदी का जलस्तर झौआ में 29.50 मीटर दर्ज किया गया है. दोपहर में यहां का जलस्तर बढ़कर 29.93 मीटर हो गया. इसी नदी के बहरखाल में 29.65 मीटर था, जो बढ़कर 29.90 मीटर हो गया. कुर्सेल में शुक्रवार की सुबह जलस्तर 29.55 मीटर था, जो छह घंटे बाद दोपहर में यहां का जलस्तर बढ़कर 29.95 मीटर हो गया. इसी नदी के दुर्गापुर में जलस्तर 27.05 मीटर था, जो छह घंटे बाद बढ़कर 27.25 मीटर हो गया है. गोविंदपुर में इस नदी का जलस्तर शुक्रवार की सुबह में 27.55 मीटर था. इसी दिन दोपहर में यहां का जलस्तर घटकर 27.70 मीटर हो गया है. इस नदी का जलस्तर आजमनगर व धबोल में बढ़ रही है. आजमनगर में इस नदी का जलस्तर 28.36 मीटर रहा है. शुक्रवार की दोपहर में यहां का जलस्तर बढ़कर 28.66 हो गया है. धबौल में इस नदी का जलस्तर 28.93 मीटर दर्ज किया गया है. यहां का जलस्तर छह घंटे के बाद दोपहर में बढ़कर 28.23 मीटर हो गया है.
इन नदियों के जलस्तर में तीसरे दिन भी रही कमी
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल से मिली रिपोर्ट के मुताबिक गंगा नदी का जलस्तर रामायणपुर में शुक्रवार की सुबह में 27.72 मीटर दर्ज किया गया. दोपहर में यहां का जलस्तर घटकर 27.69 मीटर हो गया है. इसी नदी के काढ़ागोला घाट पर सुबह में जलस्तर 30.78 मीटर दर्ज किया गया है. जबकि दोपहर में यहां का जलस्तर घटकर 30.74 मीटर हो गया है. कोसी नदी के कुरसेला रेलवे ब्रिज पर शुक्रवार की सुबह जलस्तर 30.86 मीटर दर्ज की गयी. दोपहर में यहां का जलस्तर घटकर 30.80 मीटर हो गया है. बरंडी नदी का जलस्तर एनएच 31 डूमर के पास शुक्रवार की सुबह में 31.65 मीटर था. इसी दिन दोपहर में यहां का जलस्तर घटकर 31.61 मीटर हो गया है. जबकि कारी कोसी नदी का जलस्तर चेन संख्या 389 पर शुक्रवार की सुबह में 28.68 मीटर था. दोपहर में यहां का जलस्तर घटकर 28.64 मीटर ही रहा.48 घंटे की बारिश से शहर के कई घरों में घुसा पानी
कटिहार. शहर में 48 घंटे से हो रही रिमझिम बारिश ने कई स्थानों की स्थिति बिगाड़ कर रख दी है. शहर के कई ऐसे मोहल्ले हैं जो जलमग्न हो गया है. यहां तक की लोगों के घरों में भी पानी घुस आया है. शहर के वार्ड नंबर 18,19 लड़कनियां टोला, लाल कोठी, ड्राइवर टोला में कई घरों में पानी घुस आया है. जिससे लोग काफी परेशान है. लोगों का आरोप है कि नगर निगम की ओर से कोई समुचित व्यवस्था नहीं करने के कारण शहर की हालत ऐसी बनी हुई है. जिस कारण से जल निकासी का कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण जल जमाव की समस्या उत्पन्न हो गयी है. जिस कारण से पानी घर में घुस आया है. वार्ड नंबर 19 में घरों में पानी भर आया है. जिस पर नगर निगम का कोई भी ध्यान नहीं है. लेकिन समाहरणालय परिसर अधिकारियों का कार्यालय है, जहां से नगर निगम के द्वारा गाड़ी लगाकर पंपिंग सेट के जरिए अधिकारियों के कार्यालय परिसर से पानी निकाला. इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि नगर निगम की कार्य शैली किस तरह से कम कर रही है. एक तरफ जहां लोग घरों में पानी घुस आया है. वह इस पानी से काफी परेशान है, तो दूसरी तरफ कार्यालय परिसर में जहां पर थोड़ा बहुत पानी जमा हुआ है. उसे वहां से खाली किया जा रहा है. ऐसे में लोगों का नगर निगम के ऊपर आक्रोश व्याप्त है. स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम की ओर से यहां पर सड़क बनाये गये हैं. जो ऊंचा कर दिया गया है. जिससे हमारे घर का दरवाजा नीचे हो गया है. और इस वजह से बारिश का सारा पानी घर में घुस आता है. इसके अलावा जल निकासी को लेकर कोई मुक्कमल व्यवस्था नहीं की गयी है.
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