कटिहार. शहर के न्यू मार्केट स्थित ममता नर्सिंग होम में गर्भवती महिला की गलत तरीके से सीजर करने पर उनकी मौत हो गयी. घटना शुक्रवार के दोपहर की है. कोढ़ा थाना क्षेत्र के संदलपुर निवासी 20 वर्षीय शबाना परवीन को प्रसव पीड़ा होने के बाद परिजनों ने उन्हें न्यू मार्केट स्थित ममता नर्सिंग होम में शुक्रवार की सुबह लगभग 8:00 बजे भर्ती कराया था. जहां परिजनों का आरोप है कि गलत सीजर करने के बाद बेहोशी से होश में आने के बाद शबाना की अचानक से तबीयत बिगड़ी और उनकी मौत हो गयी. परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉ मिदहत सिद्धकी ने गलत तरीके से ऑपरेशन किया. जिस कारण से उनकी मरीज की मौत हो गयी. शबाना की मौत के बाद परिजनों ने ममता नर्सिंग होम में जमकर हंगामा किया. मृतका के चाचा मनीरूल ने बताया कि शबाना को सुबह नर्सिंग होम में भर्ती करने के बाद डॉ सिद्धकी ने मरीज को देखा नॉर्मल डिलीवरी नहीं करके मरीज की स्थिति सही नहीं है. यह कह कर सीजर के लिए राजी किया. इसके बाद इस एवज में सीजर के नाम पर 40000 रूपया भी ले लिया. चाचा मनीरूल ने बताया कि लगभग 8:45 पर सीजर के बाद शबाना परवीन ने एक बच्चे को जन्म दिया. शबाना की यह पहली डिलीवरी थी. बच्चे के जन्म होने के बाद पूरे परिवार में खुशी का माहौल सा हो गया. सभी खुश थे. उस समय बच्चा और उनकी मां देखकर सब कुछ ठीक लग रहा था. लेकिन दोपहर में बेहोशी से उठने के बाद जैसे ही सबीना होश में आयी. उनके पेट में दर्द होना शुरू हो गया और देखते ही देखते कुछ समझ पाते उनकी मौत हो गयी. शबाना की मौत के बाद पूरे परिवार में कोहराम सा मच गया. परिजनों ने शबाना का गलत ऑपरेशन का आरोप लगाते हुए ममता नर्सिंग होम में हंगामा शुरू कर दिया. इधर परिवार वालों को आक्रोशित होते देख कुछ बिचौलिए के द्वारा परिवार वालों को डरा धमका कर नर्सिंग होम से बाहर कर दिया और उन्हें मृतका के शव के साथ उन्हें घर भेज दिया. मृतका के चाचा मनीरूल ने बताया कि शबाना की यह पहली डिलीवरी थी और उनका पहला बच्चा था. डॉक्टर की लापरवाही और गलत सीजर के कारण ही शबाना की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि शबाना की सीजर के बाद बच्चा को नर्सिंग होम में ही रखा गया है. उनकी भी हालत ठीक नहीं बतायी जा रही है. यह बात कह कर नर्सिंग होम के लोग उन्हें नर्सिंग होम में ही रखे हुए हैं. हालांकि सबीना की मौत के बाद खबर लिखे जाने तक परिजनों ने नर्सिंग होम के डॉक्टर के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं कराया था. डॉक्टर ने नहीं रखा अपना पक्ष ————————————- मृतका की मौत के बाद परिजने के हंगामा के उपरांत मरीज की मौत किन कारणों से हुई है. परिजनों का आरोप कहां तक सही है. इस संदर्भ में जब डॉक्टर मिदहत सिद्दीकी से करना चाहा तो नर्सिंग होम के कुछ लोगों ने डॉक्टर नहीं है. कहकर जाने को कह दिया. साथ ही उनका कहना था कि इस संदर्भ में उन्हें कुछ नहीं कहना है. इस कारण से डॉक्टर का पक्ष नहीं रखा जा सका है.
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