आध्यात्मिक मान्यताओं को ध्यान में रख कर बोधगया में 100 कमरों का बनेगा राज्य अतिथि गृह, होंगी ये सुविधाएं
बोधगया में आध्यात्मिक मान्यताओं को ध्यान में रख कर 100 कमरे का राज्य अतिथि गृह बनेगा. इसे बनाने में महत्वपूर्ण भारतीय बौद्ध संरचनाओं को शामिल किया जायेगा. साथ ही पर्यावरण के मानकों का भी ध्यान रखा जायेगा.
पटना . बोधगया में आध्यात्मिक मान्यताओं को ध्यान में रख कर 100 कमरे का राज्य अतिथि गृह बनेगा. इसे बनाने में महत्वपूर्ण भारतीय बौद्ध संरचनाओं को शामिल किया जायेगा. साथ ही पर्यावरण के मानकों का भी ध्यान रखा जायेगा.
अतिथि गृह के निर्माण में महाबोधि मंदिर, बोधिसत्व सहित लोमष ऋषि गुफा की संरचनाओं आदि को भी शामिल किया जायेगा. यह अतिथि गृह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्राेजेक्ट में शामिल है. करीब 136.15 करोड़ की लागत से इसे बनाने की तैयारी भवन निर्माण विभाग ने शुरू कर दी है.
इसमें बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर के अलावा सात मंजिल होंगे. इसमें केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार फोर स्टार रेंटिंग होटल जैसी सभी सुविधाएं होंगी. यह अतिथि गृह महाबोधि मंदिर से करीब एक किमी की दूरी पर होगा.
इन दोनों महत्वपूर्ण स्थलों के बीच एक भी ऊंंची इमारत नहीं है. ऐसे में राज्य अतिथि गृह में ठहरने वालों को वहीं से महाबोधि मंदिर के दर्शन हो सकेंगे. इसका निर्माण स्थल प्रस्तावित सांस्कृतिक केंद्र और रिजनल साइंस सेंटर के बीच है.
सूत्रों के अनुसार राज्य अतिथ गृह के ग्राउंड फ्लोर पर रिसेप्शन के अलावा पब्लिक रेस्टूरेंट, कॉन्फ्रेंस हॉल व एक्जीबिशन सेंटर सहित गेस्ट डोरमेटरी होंगे. पहली मंजिल में अतिथियों के लिए सेवाओं की व्यवस्था की जायेगी. दूसरी मंजिल पर अतिथियों के लिए कई प्रकार की सुविधाएं होंगी.
इनमें फिटनेस सेंटर, स्पा, कॉफी शॉप, बार, सैलून, स्वीमिंग पुल और रेस्टूरेंट होंगे. तीसरी से सातवीं मंजिल तक अतिथियों के ठहरने के लिए कमरे होंगे. इसमें 10 सिंगल बेडरूम, 80 डबल बेडरूम, आठ वीआइपी सूट और दो प्रेसिडेंशियल सूट होंगे.
Posted by Ashish Jha