खगड़िया में पारिवारिक न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश राजकुमार को उनके आवास पर तैनात संतरी ने राइफल तान कर गोली मारने की धमकी दी है. मामला मंगलवार की सुबह का बताया जाता है. इस मामले में प्रधान न्यायाधीश ने मुफस्सिल थाने में संतरी ड्यूटी में तैनात होमगार्ड जवान वीरेंद्र सिंह पर प्राथमिकी दर्ज करायी है. इधर, होमगार्ड जवान ने प्रधान न्यायाधीश पर मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस केंद्र के परिचारी प्रवर को आवेदन दिया है. मिली जानकारी के अनुसार होमगार्ड जवान को सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर चिकित्सा के लिए रेफर कर दिया गया.
प्रधान न्यायाधीश ने थाने में दिये आवेदन में कहा है कि मंगलवार की सुबह करीब 5:15 बजे टहलने निकले थे. वापस लौटा तो गेट ड्यूटी पर किसी संतरी को नहीं पाया. बगल के गैरेज में संतरी वीरेंद्र सिंह खड़े थे. जब उनसे कहा गया कि गेट पर क्यों नहीं हैं, तो उन्होंने (संतरी) ने कहा कि हमारा गेट खोलना ड्यूटी नहीं है. जब उन्हें कहा गया कि आवास की सुरक्षा पर ध्यान दीजिए, तो उसने अभद्र शब्दों का प्रयोग किया. संतरी ने राइफल मेरे सीने पर सटा कर कहा कि गोली मार दूंगा. इधर, एसपी ने पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है.
सीवान. छेड़खानी और रंगदारी से जुड़े मामले में मंगलवार को चार अभियुक्तों ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी इद्राणी किस्कु की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. नामजद चार अभियुक्त पवन सिंह, मुन्ना सिंह, उपेंद्र सिंह व प्रिंस सिंह ने सरेंडर के साथ ही खुद को निर्दोष बताते हुए जमानत की अर्जी भी दाखिल की थी.
जमानत की याचिका पर अभियोजन अभियोजन पदाधिकारी एपीओ व सूचिका के अधिवक्ता चंद्रशेखर सिंह ने मामले को गंभीर बताते हुए जमानत याचिका खारिज कर दिये जाने का अनुरोध किया, जहां मामले को गंभीर पाते हुए जमानत की अर्जी खारिज कर अभियुक्तों को कस्टडी में लेने का आदेश पारित कर दिया. इसी बीच चारों अभियुक्त पुलिस को चकमा देकर फरार हो गये.