बैंक ने कर्जदारों को दी बड़ी राहत एनपीए खाताधारियों का सूद माफ

यूनियन बैंक ने कर्जदारों को बड़ी राहत दी है. बैंक ने एनपीए खाताधारियों की सूद को माफ किया है, जबकि मूलधन में भी 50 प्रतिशत माफी की बात कही है. इसके लिए बैंक की ओर से अलग-अलग तिथियों में शिविर लगाए जाएंगे. खगड़िया : पुराने कर्जदारों को राहत देने के उद्देश्य से यूनियन बैंक ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2017 4:46 AM

यूनियन बैंक ने कर्जदारों को बड़ी राहत दी है. बैंक ने एनपीए खाताधारियों की सूद को माफ किया है, जबकि मूलधन में भी 50 प्रतिशत माफी की बात कही है. इसके लिए बैंक की ओर से अलग-अलग तिथियों में शिविर लगाए जाएंगे.

खगड़िया : पुराने कर्जदारों को राहत देने के उद्देश्य से यूनियन बैंक ने बड़ा फैसला लिया है. कर्ज चुकाने में असफल रहे ऋणधारकों के सूद सौ फीसदी माफ करने के साथ-साथ ऐसे ऋणी के मूलधन का भी एक हिस्से को माफ करने का निर्णय लिया गया है. कर्ज माफी का फायदा वैसे ऋणी को मिलेगा जिनका खाता एनपीए घोषित है तथा जिन्होंने कर्ज लेने के दौरान बैंक के पास कोई सिक्युरिटी जमा नहीं करायी थी. कर्ज व ब्याज माफी को लेकर जिले में मौजूद यूनियन बैंक की सभी 12 शाखाएं एवं इस शाखा के सर्विस एरिया में पड़ने वाले पंचायतों में शिविर लगाए जाएंगे. जहां लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे.
शिविर की तिथि निर्धारित. यूनियन बैंक के द्वारा ऋण वसूली शिविर का आयोजन 4 से 6 जुलाई तक किया जाएगा. इस शिविर में बैंक के तमाम लोग उपस्थित रहेंगे. संभावना है कि शिविर में बैंक के उच्च पदाधिकारी भी भाग लेंगे. शिविर को लेकर प्रचार-प्रसार के निर्देश जारी किये गये है. प्रधान कार्यालय, क्षेत्रीय कार्यालय के अलावा एलडीएम के स्तर से सभी बैंकों के शाखा प्रबंधकों को निर्देश दिये गए है.
50 प्रतिशत तक मूलधन माफी. ऋण वापस करने में विफल रहे कर्जदारों के सौ फिसदी ब्याज की माफी के साथ-साथ उनके मूलधन की राशि को माफ किया जाएगा. एलडीएम एसके राय ने बताया कि मूलधन व ब्याज माफी का फायदा सिर्फ वैसे एनपीए खाताधारकों को ही मिलेगा जिन्होंने सिक्युरिटी के तौर पर कुछ जमा नहीं किया है. उन्होंने बातया कि 31 मार्च 2012 के पूर्व जिनके खाते एनपीए हो चुके हैं.
उन्हें पूरे ब्याज की माफी की जाएगी. वहीं, वित्तीय वर्ष 2012-13 यानि एक अप्रैल 2012 से 31 मार्च 2013 तक के बीच हुए एनपीए खाता धारकों के पूरी ब्याज के साथ-साथ 45 प्रतिशत मूलधन की राशि तथा वित्तीय वर्ष 2013-14 के बीच हुए एनपीए खाताधारकों को 40 प्रतिशत मूलधन के साथ-साथ सौ फिसदी ब्याज भी माफ किये जाएंगे. एडीएम श्री राय ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2014-15 एवं 2015-16 के बीच एनपीए घोषित हुए खाताधारकों के क्रमश: 30 प्रतिशत एवं 20 प्रतिशत मूलधन की राशि एवं पूरी की पूरी ब्याज की राशि माफ की जाएगी. उन्होंने बताया कि कर्ज ब्याज माफी का लाभ 25 लाख रुपये तक के ऋण धारकों को ही मिलेगा. इससे अधिक ऋणधारकों को इसका लाभ नहीं मिलेगा.
क्यों हो रही माफी
मूलधन व ब्याज माफी क्यों हो रही है इसका सीधा जवाब तो नहीं मिल पाया है. लेकिन जानकार बताते हैं कि प्रत्येक बैंक की एक बड़ी राशि ऐसे कर्जदारों के पास फंसी हुई है. जिनके खाते एनपीए घोषित किये जा चुके है. नोटिस भी जारी हो चुका है. फिर भी रिकवरी नहीं हो पा रही है. इस सूची में यूनियन बैंक का भी नाम शामिल है. सूत्र बताते हैं कि इस जिले में उक्त बैंक के दो हजार से अधिक खाते एनपीए घोषित है तथा दस करोड़ से अधिक राशि इनके पास फंसी हुई है. यही स्थिति अन्य जिलों की भी है. कर्जदारों को फायदा देते हुए इनके पास फंसी हुई, वापस हो इसी को ध्यान में रखकर बैंक ने यह बड़ा फैसला लिया है तथा शिविर लगाने का निर्णय लिया गया है. इधर एलडीएम ने इसे बैंक प्रबंधन की पॉलिसी बताते हुए इस पर कुछ कहने से इनकार किया. लेकिन उन्होंने यह कहा कि अधिकांश व्यक्ति किसी मजबूरी के कारण ही बैंक को ऋण की राशि वापस नहीं कर पा रहे है. बैंक का यह निर्णय भले ही बैंक के लिए नुकसानदेय हो लेकिन कर्ज में डूबे ऋणी के लिए यह फायदेमंद है.
मिलेगी दोहरी सुविधा
वैसे माफी तो सभी एनपीए खाताधारकों की होगी. लेकिन किसानों को दोहरी लाभ मिलेगा. एलडीएम श्री राय ने कहा कि वैसे किसानों जिन्होंने कृषि कार्य के लिए दस लाख रुपये तक ऋण लिया है. वे सूद एवं मूलधन की निर्धारित छूट राशि के बाद ऋण जमा कर उसी शाखा से दोबारा ऋण प्राप्त कर सकते है. हालांकि यह सुविधा सिर्फ किसानों को ही दी जाएगी. अन्य क्षेत्र के ऋणी को दोबारा ऋण नहीं दिये जाने की बातें कही गयी है.

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