बिहार : समस्तीपुर में रामनवमी के दौरान क्षतिग्रस्त हुए मस्जिद को ठीक करायेगी सरकार
पटना: बिहार के समस्तीपुर जिले में रामनवमी जुलूस के दौरान हुए तनाव और झड़प के बादआंशिकरूप से क्षतिग्रस्त हुए मस्जिद और मदरसे की मरम्मत करवाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फंड की मंजूरी दी है. जानकारी के मुताबिक सरकार इसके अलावा नवादा और औरंगाबाद में हुई हिंसा से पीड़ित लोगों के मुआवजे […]
पटना: बिहार के समस्तीपुर जिले में रामनवमी जुलूस के दौरान हुए तनाव और झड़प के बादआंशिकरूप से क्षतिग्रस्त हुए मस्जिद और मदरसे की मरम्मत करवाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फंड की मंजूरी दी है. जानकारी के मुताबिक सरकार इसके अलावा नवादा और औरंगाबाद में हुई हिंसा से पीड़ित लोगों के मुआवजे के लिए भी राशि का भी आवंटन किया है. सरकार के गृह विभाग ने इसके लिए दो लाख तेरह हजार सात रुपये की राशि की मंजूरी प्रदान की है.
बिहार सरकार ने औरंगाबाद में हुई हिंसा के पीड़ित लोगों के मुआवजे के लिए भी 25 लाख रुपये की राशि आवंटित की है. सरकार ने नवादा हिंसा प्रभावित लोगों के मुआवजे के लिए भी आठ लाख 50 हजार रुपये की मंजूरी दी है. हनुमान जयंती से ठीक पहले बिहार के नवादा में बंजरंगबली की मूर्ति क्षतिग्रस्त करने के बाद हिंसा भड़क उठी थी.
Bihar CM Nitish Kumar allotted fund of more than Rs 2 Lakh for repairing Gudri mosque and Jiaul-Ulum Madrassa which were damaged in the violence in Samastipur, funds also allotted for violence-affected people in Nawada and Aurangabad. (file pic) pic.twitter.com/6N1RLNLcjn
— ANI (@ANI) April 6, 2018
रामनवमी के बाद कई जिलों में तनाव बढ़ गया था और कई जगहों पर हिंसा भी हुई थी, मगर लोगों की सूझबूझ और प्रशासन की सख्ती से नाकामयाब रही. उल्लेखनीय है कि रामनवमी के बाद भड़की हिंसा में कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं घटी, लेकिन भागलपुर में भड़की आग औरंगाबाद, समस्तीपुर, नालंदा होते हुए मुंगेर तक पहुंची थी. औरंगाबाद में फायरिंग हुईथी. जबकि नालंदा में पुलिस पर ही पथराव हुआथा. हर जगह प्रशासन ने तनाव पर काबू पाया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों बिहार दिवस के अवसर पर साफ शब्दों में कहा था कुछ लोग माहौल खराब करने में जुटे हैं, मगर हम ऐसा होने नहीं देंगे. सुशील मोदी ने भी साफ निर्देश दिये थे कि प्रशासन के बताए रूट पर ही जुलूस और विसर्जन यात्रा निकालें, भड़काऊ गाने मत बजाएं. लेकिन, भाजपा के लोगों ने ही अपने नेता की बातों को नजरअंदाज कर दिया.
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