काउंटर पर किसानों को कतार में खड़े होने से मिलेगी निजात

कोऑपरेटिव बैंक 22 हजार किसानों को बांट रहा एटीएम शिविर लगाकर अधिकारी दे रहे जानकारी, ऋण की भी होगी वसूली खगड़िया : को-ऑपरेटिव बैंक जिले के 22 हजार किसानों को रुपे किसान क्रेडिट कार्ड बांट रही है. रुपे क्रेडिट कॉर्ड मिलने के बाद इन किसानों को न बैंक जाना पड़ेगा और न ही बैंक के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2018 6:18 AM

कोऑपरेटिव बैंक 22 हजार किसानों को बांट रहा एटीएम

शिविर लगाकर अधिकारी दे रहे जानकारी, ऋण की भी होगी वसूली
खगड़िया : को-ऑपरेटिव बैंक जिले के 22 हजार किसानों को रुपे किसान क्रेडिट कार्ड बांट रही है. रुपे क्रेडिट कॉर्ड मिलने के बाद इन किसानों को न बैंक जाना पड़ेगा और न ही बैंक के कैश काउंटर पर कतार में खड़ा होना पड़ेगा. इसके बाद किसान हिन्दुस्तान के किसी भी हिस्से व एटीएम से राशि निकाल सकेंगे. उक्त बातें बैंक के एमडी रामाश्रय राम ने ओलापुर गंगौर पंचायत में आयोजित ऋण वसूली सह बैंकिंग जागरूकता शिविर में किसानों को संबोधित करते हुए कही. शिविर में भाग लेने आए एमडी अपने साथ दर्जनों किसानों के रुपे क्रेडिट कार्ड भी साथ लाए थे. जिसका वितरण उन्होंने शिविर में मौजूद किसानों के बीच किया.
एमडी ने बताया कि जिले में 22 हजार 53 को रुपे क्रेडिट कार्ड दिया जायेगा. सभी कार्ड तैयार हैं. इस कार्ड का वितरण शिविर में भी किया जायेगा व किसान बैंक आकर भी प्राप्त कर सकते हैं. इन्होंने कहा कि जिन किसानों के केसीसी खाते एनपीए हो चुके हैं, उन्हें यह क्रेडिट कार्ड नहीं दिया जायेगा. हां अगर वे खाता रेनुअल करा लेते हैं तो उन्हें भी यह कार्ड उपलब्ध कराया जायेगा.
पांच लाख रुपये की हुई वसूली
शिविर में करीब तीन दर्जन किसानों ने ऋण की राशि वापस की. बताया गया कि इन किसानों ने करीब 5 लाख रुपये जमा किये. ऋण जमा करने वालों में कुछ ऐसे भी किसान हैं जिनका खाता एनपीए हो चुका था. ऋण जमा करने के बाद एमडी के द्वारा खेती के लिए इन्हें पुनः ऋण देने का भरोसा दिया गया. शिविर में आए किसानों को केसीसी रेनुअल के संबंध में भी जानकारी दी गई. बैंक अधिकारी के द्वारा किसानों को बताया गया.
अगर वे साल भर के भीतर केसीसी ऋण रेनुअल कराते हैं तो उन्हें मात्र 4 प्रतिशत ही ब्याज लगेंगे. अगर वे समय पर अपने ऋण का रेनुअल नहीं कराते तो उन्हें 9 प्रतिशत ब्याज देना होगा. एमडी ने किसानों से समय पर केसीसी रेनुअल कराने को कहा. ताकि उन्हें ब्याज दर में छूट का लाभ मिल सके. मौके पर कई लोगों का बचत खाता भी खोला गया.
ऋण जमा नहीं करने पर कार्रवाई
शिविर में एमडी ने साफ लहजे में ऋण नहीं लौटाने वालों के विरुद्ध दण्डात्मक कार्रवाई करने की बात कही. उन्होंने कहा कि अगर किसान स्वयं ऋण लौटाते हैं तो उन्हें ब्याज में थोड़ी माफी मिलेगी. वहीं ऋण वापस नहीं करने वालों के विरुद्ध सर्टिफिकेट केस दर्ज कराकर सख्ती से राशि वसूली करने की बातें कही. उल्लेखनीय है कि कॉ-ऑपरेटिव बैंक के 27 करोड़ रुपये एनपीए खाते में फंसी हुई है. समय पर ऋण वापस/रेनुअल नहीं होने के कारण सैकड़ों किसानों के खाते एनपीए हो चुके हैं. किसानों के पास फंसी राशि की वसूली के लिए बैंक अब पंचायत स्तर पर ऋण वसूली सहित जागरूकता कैंप लगा रही है. एमडी श्री राम ने कहा कि आगे भी शिविर लगाये जायेंगे.

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