खगड़िया : माहौल बिगाड़ने वालों से सख्ती से निबटेगी पुलिस
खगड़िया : सूचना के आदान-प्रदान के लिये पुलिस-प्रशासन ने सोशल मीडिया ग्रुप का गठन किया है. जिसमें पुलिस प्रशासन के अधिकारी के अलावा जनप्रतिनिधि सहित समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े लोग जुड़ सकते हैं. ग्रुप के एडमिन की कमान खुद डीएम-एसपी संभाल रहे हैं. इधर, रविवार से इस ग्रुप पर सूचनाओं का आदान प्रदान […]
खगड़िया : सूचना के आदान-प्रदान के लिये पुलिस-प्रशासन ने सोशल मीडिया ग्रुप का गठन किया है. जिसमें पुलिस प्रशासन के अधिकारी के अलावा जनप्रतिनिधि सहित समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े लोग जुड़ सकते हैं. ग्रुप के एडमिन की कमान खुद डीएम-एसपी संभाल रहे हैं. इधर, रविवार से इस ग्रुप पर सूचनाओं का आदान प्रदान शुरू हो गया है.
इस सोशल मीडिया ग्रुप पर सही सूचना देने, अफवाह को रोकने के लिये संदेश का आदान प्रदान किया जा सकेगा. सरकारी व्हाट्सअप ग्रुप बना कर समाज में फैल रहे अफवाहों को रोक कर समस्याओं का निष्पादन करना ही मुख्य उद्देश्य है.
साइबर सेनानी समूह को तीन स्तरीय प्रणाली में बांटा है. इसके तहत पुलिस थाना स्तरीय, अनुमंडल स्तरीय और जिला स्तरीय व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया हैं. इसके पीछे उद्देश्य जनसरोकार से जुड़े मामले व अपराध नियंत्रण को लेकर सुझाव का आदान प्रदान करने के लिये सोशल मीडिया पर सरकारी प्लेटफार्म उपलब्ध करवाना है.
थाना स्तरीय : इस ग्रुप के एडमिन संबंधित थाने के थानेदार होंगे.थानेदार इस ग्रुप में 100 सदस्यों को जोड़ेंगे. इस ग्रुप में एसडीपीओ भी रहेंगे.
अनुमंडल स्तरीय : इस ग्रुप को अनुमंडल के डीएसपी मॉनिटर करेंगे. इस ग्रुप में उक्त अनुमंडल के 200 सदस्य रहेंगे.साथ ही अनुमंडल स्तरीय ग्रुप में पुलिस अधीक्षक भी रहेंगे.
जिला स्तरीय : इस ग्रुप को बनाने की जिम्मेदारी प्रत्येक जिला के एसएसपी या एसपी की होगी. इस ग्रुप में ज़िले के सभी डीएसपी और सभी थानेदार के साथ ही अन्य पदाधिकारी और आम लोग भी रहेंगे. खास बात यह है कि जिला स्तरीय ग्रुप में आईजी और डीआईजी भी रहेंगे.
साइबर सेनानी व्हाट्सएप ग्रुप का गठन चुनाव व त्योहार के मौसम में सोशल मीडिया पर अफवाह को रोकने व सही संदेशों के आदान प्रदान के लिये किया गया है. हाल के दिनों में देखा गया है कि सोशल मीडिया के माध्यम से अनावश्यक मैसेज शेयर किया जाता है.
अन्य देश के मैसेज को भी शेयर माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों से पुलिस सख्ती से निबटेगी. किसी भी व्हाट्सग्रुप पर फेंक संदेश, आपत्तिजनक मैसेज देने पर ग्रुप एडमिन तत्काल उसे डिलीट करवायेंगे. साथ ही एडमिन इसकी सूचना पुलिस को दें.
एसपी, मीनू कुमारी
साइबर सेनानी ग्रुप पर सही सूचना व सुझाव दें
साइबर सेनानी ग्रुप में जुड़ने के लिए कई मापदंडों को पूरा करना होगा. इसके लिए सबसे पहले भारतीय नागरिक होना आवश्यक है. इस ग्रुप में सही सूचना व सुझाव दे सकते हैं. ग्रुप में चिकित्सक, शिक्षक, सामाजिक कार्यकर्ता, वकील, सेवानिवृत्त सरकारी कर्मी, एमएलए, एमएलसी, मुखिया, सरपंच, छात्र संगठनों के प्रतिनिधि, महिला संगठनों के प्रतिनिधि, एनसीसी कैडेट्स, व्यावसायिक संगठनों के प्रतिनिधि आदि को सदस्य बनाया जा सकेगा. इसके लिए न्यूनतम उम्र सीमा 18 वर्ष तय की गई है. रविवार शाम तक पुलिस प्रशासन के अधिकारी, विधायक सहित 123 लोग ग्रुप से जुड़ चुके हैं.