खगड़िया : वोटों का ध्रुवीकरण ले सकता है अलग मोड़, एनडीए व महागठबंधन में है टक्कर

राजकिशोर सिंह खगड़िया : खगड़िया में स्क्रूटनी व नाम वापसी के बाद मैदान में 20 उम्मीदवार रह गये हैं, लेकिन तस्वीर अब भी साफ नहीं हुई है. इसका एक कारण उम्मीदवारों के नामों की घोषणा देर से होने व कई तरह की चर्चाएं होनी बतायी जा रही हैं. राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि स्थानीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2019 5:46 AM
राजकिशोर सिंह
खगड़िया : खगड़िया में स्क्रूटनी व नाम वापसी के बाद मैदान में 20 उम्मीदवार रह गये हैं, लेकिन तस्वीर अब भी साफ नहीं हुई है. इसका एक कारण उम्मीदवारों के नामों की घोषणा देर से होने व कई तरह की चर्चाएं होनी बतायी जा रही हैं. राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि स्थानीय कुछ लोगों का प्रचार से मोहभंग व अगल-बगल के जिलों में जाने के कारण भी खगड़िया में वैसी सरगरमी नहीं दिख रही है, जैसे पहले हुआ करती थी.
इस सब के बीच यह भी चर्चा है कि इस बार की टक्कर एनडीए व महागठबंधन के बीच हो सकती है. कुछ क्षेत्रों के मतदाता गोलबंद हो चुके हैं, लेकिन वे अपना पत्ता मतदान के दिन ही खोलेंगे. दोनों गठबंधन के चुनावी रणनीतिकार आधार वोट के साथ ही जातीय गोलबंदी के सहारे मैदान फतह करने की तैयारी में दिख रहे हैं, लेकिन इस बार दोनों गठबंधनों के उम्मीदवारों की राह आसान नहीं है.
इसका सबसे बड़ा कारण है मैदान में डटे अन्य 10 दल व 8 निर्दलीय उम्मीदवार. ये सभी चुनावी समर के मैदान में पूरे दम-खम के साथ टिके हुए हैं. इनमें से कुछ उम्मीदवार खुद का वोट बैंक होने का दावा कर रहे हैं. जानकारों का मानना है कि इसके कारण इस बार वोटों का ध्रुवीकरण कुछ अलग मोड़ ले सकता है.
लोस में तीन जिलों के विस क्षेत्र हैं शामिल: खगड़िया लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा क्षेत्र हैं. खगड़िया जिले के चार विधानसभा क्षेत्र परबत्ता, अलौली, बेलदौर, खगड़िया, सहरसा जिले का सिमरी बख्तियारपुर और समस्तीपुर जिले का हसनपुर भी शामिल हैं.
छवि भुनाने की कोशिश
एनडीए से लोजपा के उम्मीदवार चौधरी महबूब अली कैसर पूरे दम के साथ इस बार भी मैदान में हैं. वे खगड़िया संसदीय क्षेत्र के निवर्तमान सांसद भी हैं. उनको अपने पारंपरिक वोटों का भरोसा है. वे अपनी छवि को भी इस बार भुना सकते हैं.
महागठबधन के वीआइपी से मुकेश सहनी पहली बार खगड़िया सीट से भाग्य आजमा रहे हैं. वे अपने समीकरण को मजबूत करने की तैयारी में हैं. उन्हें राजद के आधार वोट का भी भरोसा है. इससे पहले राजद के प्रत्याशी कृष्णा कुमारी यादव को 2014 में 237000 मत मिले थे, जबकि कैसर अली को 313000 वोट मिले थे.
कुल मतदाता
16 लाख, 53
हजार, 928
महिला मतदाता
7 लाख 80
हजार 525
पुरुष मतदाता
8 लाख 73
हजार 363

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