खगड़िया : दो अक्टूबर से गैर जमाबंदी रैयतों के द्वारा जमीन की बिक्री/रजिस्ट्री करने पर रोक लगाई गई थी. यानी 2 अक्टूबर के बाद वही व्यक्ति की रजिस्ट्री कर सकते थे, जिनके नाम पर जमीन की जमाबंदी चल रही है. राज्य स्तर से जारी आदेश यह फिलहाल टल गया है. जानकारी के मुताबिक इस संबंध में निबंधन विभाग के द्वारा अधिसूचना जारी होना था, जिसके बाद गैर जमाबंदी रैयत के द्वारा जमीन की बिक्री पर रोक लग जाती.
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निबंधन कार्यालय में बढ़ी भीड़, पांच गुणा अधिक हो रही जमीन की रजिस्ट्री
खगड़िया : दो अक्टूबर से गैर जमाबंदी रैयतों के द्वारा जमीन की बिक्री/रजिस्ट्री करने पर रोक लगाई गई थी. यानी 2 अक्टूबर के बाद वही व्यक्ति की रजिस्ट्री कर सकते थे, जिनके नाम पर जमीन की जमाबंदी चल रही है. राज्य स्तर से जारी आदेश यह फिलहाल टल गया है. जानकारी के मुताबिक इस संबंध […]
निबंधन विभाग के द्वारा अधिसूचना जारी ही नहीं किया गया. विभागीय अधिसूचना जारी नहीं होने के कारण नया नियम लागू नहीं हो पाया है. अब जमाबंदी रैयत के साथ-साथ गैर जमाबंदी रैयत यानी उनके पुत्र, उत्तराधिकारी भी जमीन बेच सकेंगे.
गुरुवार को अन्य दिनों की भांति जमाबंदी रैयत के साथ-साथ गैर जमाबंदी रैयतों ने जमीन की बिक्री की. पूछे जाने पर अवर निबंधन पदाधिकारी ऋषि कुमार सिन्हा ने बताया कि निबंधन विभाग के द्वारा गैर जमाबंदी रैयत के द्वारा जमीन की बिक्री पर रोक से संबंधित अधिसूचना जारी किया गया है. जिस कारण पहले की ही भांति आज भी जमीन का निबंधन हुआ. विभागीय अधिसूचना जारी होने के बाद सिर्फ वहीं व्यक्ति जमीन की बिक्री कर सकेंगे, जिनके नाम से उक्त जमीन की जमाबंदी चल रही होगी.
उल्लेखनीय है कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने कुछ दिन पूर्व ही अधिसूचना जारी कर 2 अक्टूबर से गैर जमाबंदी रैयत के द्धारा जमीन की बिक्री पर रोक लगाने के आदेश जारी किये गए थे. विभाग के इस अधिसूचना के बाद हड़कंप मच गया था. जानकार बताते हैं कि भूमि विवाद को कम/समाप्त करने के उद्देश्य से ये आदेश जारी किये गए थे. बताया जाता है कि राज्य स्तर से जारी इस आदेश के बाद निबंधन कार्यालय में अचानक भीड़ बढ़ गई.
जानकार बताते हैं कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के द्वारा जारी अधिसूचना के पहले निबंधन कार्यालय में औसतन 12-15 लोग प्रतिदिन जमीन का निबंधन कराते थे. लेकिन बीते एक सप्ताह से यह आंकड़ा सौ के पार पहुंच गया. भीड़ के कार्यालय में अफता-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई. सुबह 10 बजे से लेकर देर शाम तक कार्यालय में लोगों की भीड़ लगने लगी है.
एक अक्टूबर को यानी गैर जमाबंदी रैयत के जमीन की बिक्री की अंतिम तिथि के दिन तो सारे रिकार्ड टूट गए. सूत्र बताते हैं कि अंतिम दिन 162 लोगों ने जमीन का निबंधन कराने के लिये कार्यालय में दस्तावेज जमा कराये. लिंक फेल रहने के कारण आधे से अधिक लोगों का निबंधन नहीं हुआ. हालांकी शेष बचे लोगों के जमीन का निबंधन शुक्रवार को हुआ. आज भी देर शाम तक निबंधन कार्यालय में जमीन का निबंधन कराने वालों का तांता लगा रहा.
कहते हैं अधिकारी
निबंधन विभाग के द्वारा अधिसूचना जारी होने के बाद नये नियम लागू किये जाएंगे. 3 अक्टूबर तक नए नियम को लेकर विभागीय जारी नहीं हुआ है. इसलिये पुराने व्यवस्था के तहत यानी जमाबंदी तथा गैर जमाबंदी रैयत दोनों ही जमीन की बिक्री कर सकेंगे.
ऋषि कुमार सिन्हा, अवर निबंधन पदाधिकारी.
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