अलौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नाबालिग बच्ची से करवायी जा रही है साफ-सफाई
खगड़िया : अलौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में खुलेआम बाल श्रम कानून को ठेंगा दिखाया जा रहा है. साफ-सफाई के लिये आउटसोर्सिंग एजेंसी बहाल रहने के बाद भी नाबालिग बच्ची से अलौली के सरकारी अस्पताल में झाडू लगवाया जा रहा है. ऐसे में आउटसोर्सिंग एजेंसी को लाखों रुपये के भुगतान के बाद भी नाबालिग से सफाई […]
खगड़िया : अलौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में खुलेआम बाल श्रम कानून को ठेंगा दिखाया जा रहा है. साफ-सफाई के लिये आउटसोर्सिंग एजेंसी बहाल रहने के बाद भी नाबालिग बच्ची से अलौली के सरकारी अस्पताल में झाडू लगवाया जा रहा है.
ऐसे में आउटसोर्सिंग एजेंसी को लाखों रुपये के भुगतान के बाद भी नाबालिग से सफाई करवाने से स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली कटघरे में है. बता दें कि करीब 10 दिन पहले नये दो मंजिला भवन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिफ्ट होने के बाद से ही साफ-सफाई में आनाकानी की जा रही है. लिहाजा, गंदगी के बीच मरीजों का इलाज किया जा रहा है. ऐसे में इंफेक्शन सहित अन्य खतरों से मरीज जूझ रहे हैं. इधर, बाल श्रम उन्मूलन विभाग के पदाधिकारी का आलम यह है कि कई बार रिंग करने के बाद कॉल रिसीव नहीं किया जाता है.
आउटसोर्सिंग एजेंसी की मनमानी के आगे स्वास्थ्य विभाग बेबस
अलौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की साफ-सफाई के लिये नियुक्त आउटसोर्सिंग एजेंसी की मनमानी जगजाहिर है. आलम यह है कि प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक के कहने के बाद भी आउटसोर्सिंग एजेंसी के प्रतिनिधि के कानों पर जू तक नहीं रेंग रहा है.
मजबूरन बीएचएम को अपने स्तर से मजदूर रख कर अस्पताल की साफ-सफाई करवाना पड़ रहा है. इधर, मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बाल श्रम कानून की धज्जी उड़ाते हुए नाबालिग बच्ची से झाडू लगवाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली सवालों घेरे में आ गयी है.
नाबालिग से सरकारी अस्पताल में साफ-सफाई करवाना गंभीर मामला है. पूरे मामले में सीएचसी प्रभारी से जवाब तलब किया जा रहा है कि आखिर किस परिस्थिति में कथित रूप से नाबालिग बच्ची से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में झाडू लगवाया जा रहा है. इस तरह की हरकत बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
डॉ दिनेश कुमार निर्मल, सिविल सर्जन.
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के वार्ड के बरामदे पर नाबालिग बच्ची को झाडू लगाते देखा जा सकता है. इधर, सोशल मीडिया पर फजीहत होते देख स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया.
जिसके बाद सिविल सर्जन डॉ. दिनेश कुमार निर्मल ने पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए सीएचसी प्रभारी से जवाब तलब करने की बात कही है. सीएस ने भी माना कि नये भवन में अस्पताल शिफ्ट होने के बाद से साफ-सफाई करने में आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा आनाकानी की जा रही है. इधर, आउटसोर्सिंग एजेंसी के प्रतिनिधि से संपर्क नहीं हो पाने के कारण उनका पक्ष नहीं लिया जा सका है.
हम अभी ट्रेनिंग में हैं. फिलहाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का प्रभार डॉ अनूप जॉन सोरेन के पास है. इस मामले में वही कुछ बता पायेंगे.
डॉ मनीष कुमार, अलौली सीएचसी प्रभारी.