जमीन उपलब्ध रहने पर भी योजना के लाभ से हैं वंचित
प्रतिनिधि, चौथमप्रखंड के ठुठी पंचायत के दर्जनों महादलित परिवार को अपनी बासगीत जमीन होने के बावजूद प्रखंड विकास पदाधिकारी मुकेश कुमार रजक उन्हें इंदिरा आवास लाभ से वंचित कर दिया है. जबकि ठुठी गांव के बबिता देवी, अजय सदा, सहतो सदा, दिलचन सदा, राजमुनी सदा, विलास सदा, हरेराम सदा, संजय सदा, फुचो सदा जैसे 37 […]
प्रतिनिधि, चौथमप्रखंड के ठुठी पंचायत के दर्जनों महादलित परिवार को अपनी बासगीत जमीन होने के बावजूद प्रखंड विकास पदाधिकारी मुकेश कुमार रजक उन्हें इंदिरा आवास लाभ से वंचित कर दिया है. जबकि ठुठी गांव के बबिता देवी, अजय सदा, सहतो सदा, दिलचन सदा, राजमुनी सदा, विलास सदा, हरेराम सदा, संजय सदा, फुचो सदा जैसे 37 लाभार्थी है. जिन्हें इंदिरा आवास के लिए जमीन उपलब्ध है. आवास आवंटन प्रक्रिया के तहत प्रतीक्षा सूची में नाम दर्ज है. हर महादलित लाभार्थी को इंदिरा आवास के एक कमरा बनाने के लिए पांच धूर जमीन तक उपलब्ध है. बावजूद बीडीओ ने इतनी कम जमीन में आवास नहीं बन पाने की मंशा से लाभार्थी के आवास लाभ की दावेदारी को खारिज कर दिया. बताते चले कि उक्त 37 लाभार्थियों को आवास बनाने के लिए जमीन की उपलब्धता का रिपोर्ट बीडीओ ने अंचल अधिकारी से मांगा. अंचलाधिकारी ने लाभार्थियों के नाम से जमीन की उपलब्धता का रिपोर्ट हल्का कर्मचारी से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर दिया. हल्का कर्मचारी के रिपोर्ट में दर्शाया गया कि अधिकांश लाभार्थियों के पूर्वजों के नाम से पांच धूर जमीन उपलब्ध है. बीडीओ ने बताया कि एक तो लाभार्थियों के पूर्वजों के नाम से महज दो से पांच धूर में जमीन उपलब्ध है. जिसमें आवास का निर्माण नहीं किया जा सकता है. वैसे परिवार को सरकार के प्रावधान के तहत तीन डिसमिल जमीन उपलब्ध कराने के बाद आवास का लाभ दिया जा सकता है.