बच्चन की मनायी गयी 108 वीं जयंती
फोटो है 2 व 3 मेंकैप्सन- उपस्थित शिक्षक व छात्र व छात्राएंखगडि़या. स्थानीय कोसी महाविद्यालय में गुरुवार को लोकप्रिय कवि व इलाहाबाद के प्रवर्तक हरविंश राय बच्चन की 108 वीं जयंती मनायी गयी. इसकी अध्यक्षता डॉ रामपूजन सिंह ने की. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ कपिलदेव महतो एवं हिंदी भाषा साहित्य परिषद के अध्यक्ष रामदेव […]
फोटो है 2 व 3 मेंकैप्सन- उपस्थित शिक्षक व छात्र व छात्राएंखगडि़या. स्थानीय कोसी महाविद्यालय में गुरुवार को लोकप्रिय कवि व इलाहाबाद के प्रवर्तक हरविंश राय बच्चन की 108 वीं जयंती मनायी गयी. इसकी अध्यक्षता डॉ रामपूजन सिंह ने की. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डॉ कपिलदेव महतो एवं हिंदी भाषा साहित्य परिषद के अध्यक्ष रामदेव पंडित राजा तथा इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ एसएन शर्मा के निर्देशन में मनाया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि बच्चन सौंदर्य के कवि थे. उनकी कविताओं में गहरा जीवन दर्शन है. वे आज भी जीवन की मधुशाला में मस्ती का जीवन जी रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यह जीवन मधुशाला है और प्रकृति के मधु चारों ओर से झर रहे हैं. जीवन में मस्ती और मादकता की जरूरत है. सन्नाटा भरी जीवन में सौंदर्य के गीत मधुशाला, मधुबाला और मधु कलश के माध्यम से भरने का प्रयास बच्चन ने किया. वहीं व्याख्याता डॉ कपिलदेव महतो ने कहा कि श्री बच्चन ने सभी प्रकार के अत्याचार एवं शोषण का विरोध कर जन सामान्य की उन्नति के गीत गाये. उन्होंने मदिरालय को सांप्रदायिकता मुक्त स्थल बताया था और लिखा था बैर बढ़ाते मंदिर मसजिद मेल कराती मधुशाला. इस अवर पर राहुल देव, हेमंत कुमार, मनीष कुमार, राहुल कुमार, अभिषेक कुमार, सुमन शेखर, रघुवीर ज्योति, श्री लता, सोनी, कल्पना, स्नेहा सुमन, सम्यक शांति आदि छात्र छात्राओं ने मुख्य रूप से भाग लिया. सोनू कुमार, संगम प्रसाद विधाता,आकाश कुमार, नंदन कुमार गुप्ता, रूपक कुमार, राजाराम, प्रेम लता, क्षमा शर्मा, आशीष आर्यन आदि छात्र छात्राओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये.