गुरुत्व को पहचाने बिना गुरु नहीं बनाना : माता कंकेश्वरी
रेलवे मैदान में श्रीराम कथा का आयोजनफोटो 24 मेंकैप्सन- प्रवचन सुनते श्रद्धालु़ प्रतिनिधि, मानसीगुरु कमल जैसा होता है पानी में रह कर भी कमल पानी को स्पर्श नहीं करता है. उसी तरह सच्चे गुरु को सांसारिक प्रभाव प्रभावित नहीं करता है. उक्त बातें शुक्रवार को रेलवे मैदान में चल रहे संगीतमय श्रीराम कथा में गुजरात […]
रेलवे मैदान में श्रीराम कथा का आयोजनफोटो 24 मेंकैप्सन- प्रवचन सुनते श्रद्धालु़ प्रतिनिधि, मानसीगुरु कमल जैसा होता है पानी में रह कर भी कमल पानी को स्पर्श नहीं करता है. उसी तरह सच्चे गुरु को सांसारिक प्रभाव प्रभावित नहीं करता है. उक्त बातें शुक्रवार को रेलवे मैदान में चल रहे संगीतमय श्रीराम कथा में गुजरात से आयी अंतरराष्ट्रीय प्रवाचिका माता कंकेश्वरी ने कही. उन्होंने कहा गुरु का वचन सूर्य के किरण के सामान है. जिस तरह किरण में बदलाव होता है उसी तरह गुरु के वचन मे बदलाव होता है. जिस प्रकार मूर्तिकार पत्थर को तोड़ कर मूर्ति का स्वरूप देता है उसी तरह गुरु भी कभी-कभी शिष्य पर क्रोध कर उसके कल्याण मे आने वाली बाधा का नाश करता है. गोस्वामी तुलसी जी कहते हंै कि गुरु के सुमिरन मात्र से ही शुद्धि प्राप्त हो जाती है. शुद्धि और बुद्धि ये दो शक्ति हैं. जो गुरु कृपा के बिना नहीं मिलती. इनके बिना वंदना का भाव भी नहीं मिलता. नाम निष्ठा गुरु की कृपा से आती है. तभी आपके जीवन में विवेक आता है. इस दौरान माता कंकेश्वरी के साथ-साथ आये संगीत कलाकारो ने भी संगीत की तान खूब निभायी. श्रद्धालु भी इस कार्यक्रम में भाग लेकर आह्लादित हो रहे हैं. कार्यक्रम की शुरुआत से पहले आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक बीपी मंडल व युवा जदयू के जिला उपाध्यक्ष दीपक कुमार विद्यार्थी द्वारा माता को माल्यार्पण किया. मौके पर मानस परिवार के सुभाष सिंह, पंकज कुमार परमहंस, आजाद सिंह, विनोद कुमार, अशोक पोद्दार, रंजीत आर्य सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे. मालूम हो कि बुधवार को शुरू हुए श्रीराम कथा का उद्घाटन सांसद रामशरण विचार मंच के अध्यक्ष विजय कुमार पांडव व सामाजिक कार्यकर्ता बलवीर चांद द्वारा फीता काट कर किया गया.