विभागीय निर्देश की हो रही अनदेखी
गृह प्रखंड में ही पदस्थापित हैं कई पर्यवेक्षिकाएं खगडि़या. विभागीय निर्देश की ओर अनदेखी हो रही है. अब भी जिले में कई महिला पर्यवेक्षिकाएं अपने गृह प्रखंड में ही पदस्थापित है. नियुक्ति के समय से ही कई पर्यवेक्षिका अपने अपने गृह प्रखंड में पदस्थापित हैं. जबकि राज्य स्तर से 32 माह पूर्व ही अपने गृह […]
गृह प्रखंड में ही पदस्थापित हैं कई पर्यवेक्षिकाएं खगडि़या. विभागीय निर्देश की ओर अनदेखी हो रही है. अब भी जिले में कई महिला पर्यवेक्षिकाएं अपने गृह प्रखंड में ही पदस्थापित है. नियुक्ति के समय से ही कई पर्यवेक्षिका अपने अपने गृह प्रखंड में पदस्थापित हैं. जबकि राज्य स्तर से 32 माह पूर्व ही अपने गृह प्रखंड में तैनात किये गये पर्यवेक्षिकाओं को दूसरे प्रखंड में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया था. नियुक्ति से लेकर अब तक तीन डीपीओ तथा इतने ही डीएम बदले जा चुके हैं. किंतु अब तक राज्य स्तर से जारी इस निर्देश का अनुपालन नहीं हो पाया है. नतीजा अब भी डेढ़ दर्जन महिला पर्यवेक्षिका अपने अपने गृह प्रखंड में कुंडली जमाये हुए हैं. आरटीआइ के तहत मिली जानकारी के मुताबिक 40 में से 18 महिला पर्यवेक्षिका अपने गृह प्रखंड में पदस्थापित हैं. डीपीओ सिया राम सिंह के द्वारा दी गयी विभागीय परिपत्र पत्रांक 338 दिनांक 27 मार्च 12 के आलोक में गृह प्रखंड में पदस्थापित महिला पर्यवेक्षिका को हटाया जाना है. इन्होंने बताया कि इनके स्थानांतरण की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है. यानी मार्च 2012 से अब तक तीन डीपीओ क्रमश: प्रतिभा कुमारी,सुशील कुमार,उमेश कुमार भारती के द्वारा विभागीय उक्त निर्देश का अनुपालन किया ही नहीं गया है. मिली जानकारी के मुताबिक महिला पर्यवेक्षिका क्रमश: अर्चना कुमारी, शिखा सुमन, संगीता कुमारी,लक्ष्मी कुमारी,रिंकी कुमारी, प्रतिमा कुमारी, मीना श्री, मणि प्रभा अनु, प्रेमलता कुमारी, रेणु कुमारी, मीणा देवी, निशा कुमारी, सीता कुमारी, रेखा कुमारी, नीलम कुमारी, किरण कुमारी तथा तारा कुमारी अपने अपने प्रखंड में ही पदस्थापित हैं.