प्रमाण पत्र के लिए परेशान होती हैं छात्राएं
फोटो है 5 मेंकैप्सन- कतारबद्ध खड़ी छात्राप्रतिनिधि, परबत्ताप्रखंड मुख्यालय में इन दिनों प्राथमिक, मध्य तथा उच्च विद्यालय की छात्र छात्राएं अपने पठन पाठन को छोड़ कर दिन भर जाति, आवासीय तथा आय प्रमाण पत्र बनवाने की जद्दोजहद करती नजर आती है. सरकार द्वारा छात्र छात्राओं को पठन-पाठन के प्रति आकर्षित करने, सभी छात्र छात्राओं में […]
फोटो है 5 मेंकैप्सन- कतारबद्ध खड़ी छात्राप्रतिनिधि, परबत्ताप्रखंड मुख्यालय में इन दिनों प्राथमिक, मध्य तथा उच्च विद्यालय की छात्र छात्राएं अपने पठन पाठन को छोड़ कर दिन भर जाति, आवासीय तथा आय प्रमाण पत्र बनवाने की जद्दोजहद करती नजर आती है. सरकार द्वारा छात्र छात्राओं को पठन-पाठन के प्रति आकर्षित करने, सभी छात्र छात्राओं में समानता का भाव लाने आदि के लिए पोशाक, छात्रवृत्ति तथा साइकिल जैसी योजनाएं चलायी जा रही है. किंतु इस योजना का लाभ पाने की प्रक्रिया इस प्रकार जटिल कर दी गयी कि अब यह छात्रों का जी का जंजाल बन रहा है. छात्राएं सुबह से शाम तक इन प्रमाणपत्रों के चक्कर में धक्के खाती है तथा भीड़ भाड़ में फब्तियां सुनने को विवश हैं. इस संदर्भ में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अखिलेश कुमार यादव ने बताया कि पिछड़ा तथा अत्यंत पिछड़ा वर्ग के छात्र छात्राओं को एक लाख से कम आय होने का प्रमाण देना पड़ता है. हालांकि जानकारों का कहना है कि इस बाध्यता के कारण छात्रों का पठन पाठन बाधित हो रहा है. वहीं एक लाख से अधिक राशि की वार्षिक आय नहीं होने का स्वयं शपथ पत्र लेना भी एक विकल्प हो सकता है.