जल मिनार से लोगों की नहीं बूझ रही प्यास

फोटो है 10 में कैप्सन: प्रतिनिधि, बेलदौर प्रखंड मुख्यालय परिसर में लगभग एक करोड़ की लागत से निर्मित जलमीनार का बाजार वासियों को समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है. विभागीय उदासीनता के कारण लाखों की राशि खर्च हो जाने के बावजूद भी बाजारवासी आयरणयुक्त, फ्लोराइडयुक्त व आर्सेनिकयुक्त दूषित जल पीने को विवश हैं. उल्लेखनीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 12, 2014 9:01 PM

फोटो है 10 में कैप्सन: प्रतिनिधि, बेलदौर प्रखंड मुख्यालय परिसर में लगभग एक करोड़ की लागत से निर्मित जलमीनार का बाजार वासियों को समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है. विभागीय उदासीनता के कारण लाखों की राशि खर्च हो जाने के बावजूद भी बाजारवासी आयरणयुक्त, फ्लोराइडयुक्त व आर्सेनिकयुक्त दूषित जल पीने को विवश हैं. उल्लेखनीय है कि बाजार परिसर के पेयजल में आयरन व आर्सेनिक की अत्यधिक मात्रा है. ऐसे दूषित जल लोग जलजनित बीमारियों से लगातार ग्रसित हो रहे हैं. शुद्ध पेय जल के अभाव में मिनरल वाटर का चलन बाजार में काफी बढ़ गया है. विभाग के उदासीन रवैये से क्षुब्ध होकर जल मीनार के शुद्ध पेयजल की आस छोड़ डब्बा बंद मिनरल वाटर का सेवन करने को विवश हो गये हैं जबकि गरीब परिवार दूषित पेयजल का उपयोग कर कई बीमारियों के गिरफ्त में आ रहे हैं. आखिर बीते 5 वर्ष से निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने के बाद भी जल मीनार का शुद्ध पेय जल लोगों की प्यास क्यों नहीं बुझा पा रही है. बाजार परिसर में बिछायी गयी पाइप लाइन को जंग खा चुकी है. चौक चौराहे पर लगा नल अपना अस्तित्व को खो चुका है. इसके बावजूद महज खानापूर्ति के लिए महज दो घंटे मशीन चालू कर सड़कों पर जलमीनार का पानी बहा कर प्रतिनियुक्त कर्मी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. आखिर कबतक बाजार वासियों को जंग खाती पाइप लाईन से कनेक्शन मिल पायेगा. लोगों को जलमीनार का पानी कबतक मिल पायेगा लोगों के बीच यक्ष प्रश्न बना है.

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