बिक गया मनरेगा योजना का ईंट
अलौली. सहसी पंचायत के तरवन्ना बहियार से गिद्धा गांव जाने वाली मनरेगा योजना से बनी सड़क की ईंट को बेचे जाने का मामला प्रकाश में आया है. बताया जाता है कि इस सड़क पर नये योजना से काम होना है. इससे नये काम करने वाले ठेकेदार भी मालामाल हो रहे हैं. नये योजना किस कार्य […]
अलौली. सहसी पंचायत के तरवन्ना बहियार से गिद्धा गांव जाने वाली मनरेगा योजना से बनी सड़क की ईंट को बेचे जाने का मामला प्रकाश में आया है. बताया जाता है कि इस सड़क पर नये योजना से काम होना है. इससे नये काम करने वाले ठेकेदार भी मालामाल हो रहे हैं. नये योजना किस कार्य एजेंसी द्वारा किया जा रहा है इस बात की जानकारी किसी को नहीं है. ग्रामीणों ने सड़क की ईंट उखाड़ कर बेचे जाने पर काफी विरोध किया. परंतु 35 हजार रुपये की दर से पुराने ईंट को बेच दिया गया, जबकि ग्रामीणों ने बीडीओ राकेश कुमार व मनरेगा पीओ जफर अंसारी को इसकी जानकारी दी. मामला जांच के दौर में पहुंचा और अब तक जांच रिपोर्ट नहीं आयी है. ईंट की खरीदारी सहसी, एहलाश गांव के लोगों द्वारा की गयी है. ऐसी जानकारी ग्रामीणों ने बीडीओ को दी है. बताया जाता है कि वर्ष 12-13 में ही मनरेगा से उक्त सड़क लगभग 15 लाख की लागत से बनी थी. पांच वर्ष पूरा भी नहीं हुआ कि उसपर पुन: योजना का काम शुरू हो गया. ग्रामीण उपेंद्र यादव, रामसेवक यादव, रामकृपाल यादव, राम पुकार यादव, बुटली शर्मा, बबलू शर्मा, चमरू चौधरी, गणेश चौधरी, भूल्लू शर्मा, हैदर मियां,अरविंद यादव आदि ने बताया कि उक्त सड़क में जहां भी पुलिया बना है उसे तोड़ कर पुन: टूटे फूटे पाइप लगा कर काम किया जा रहा है. इस संबंध में पीओ जफर अंसारी ने बताया कि हम नये आये हैं फाइल खोजा जा रहा है. यदि जांच में ऐसी स्थिति रही तो नयी एजेंसी द्वारा किये जा रहे काम को रोका जायेगा. बीडीओ राकेश कुमार ने बताया कि ग्रामीणों का आवेदन प्राप्त हुआ है. जांच की जायेगी. पुराने ईंट का बेचना ऐसा कोई प्रावधान नहीं है. जांच के बाद कार्रवाई की जायेगी.