बंद रहता है अतिरिक्त पीएचसी, मरीज परेशान

फोटो है 8 में कैप्सन : बंद पीएचसी का दृश्य अलौली. अतिरिक्त पीएचसी बहादुरपुर शुक्रवार को बंद देखा गया. इसके डॉक्टर,नर्स कब आते हैं और कब जाते हैं मरीजों को पता ही नहीं चलता है. जबकि यहां के मरीजों ने दर्जनों बार अस्पताल के समस्या को लेकर आला पदाधिकारी के यहां गुहार लगाया है. कई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2014 10:02 PM

फोटो है 8 में कैप्सन : बंद पीएचसी का दृश्य अलौली. अतिरिक्त पीएचसी बहादुरपुर शुक्रवार को बंद देखा गया. इसके डॉक्टर,नर्स कब आते हैं और कब जाते हैं मरीजों को पता ही नहीं चलता है. जबकि यहां के मरीजों ने दर्जनों बार अस्पताल के समस्या को लेकर आला पदाधिकारी के यहां गुहार लगाया है. कई बार हंगामा भी हुआ परंतु स्थिति सुधार के बदले स्थिति और बिगड़ती चली गयी. मौके पर मौजूद पूर्व उप प्रमुख राम प्रसाद सिंह ने स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि यहां के डॉक्टर, नर्स सिर्फ वेतन उठाने सी ही मतलब रखते हैं. यहां के मरीजों को इस अस्पताल से कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है. पहले यहां प्रसव कार्य भी होता था. तीन चार महीने से वह भी बंद है. पूर्व प्रमुख, उप प्रमुख समेत दर्जनों लोगों ने बताया कि डॉ विभा कुमारी, नर्स में ममता कुमारी एवं जया कुमारी यहां पदस्थापित हैं. वह सिर्फ सप्ताह में एक दो दिन आधे घंटे के लिए आती है और अपनी उपस्थिति बना कर चली जाती है. यहीं है यहां के अस्पताल की स्थिति. इस दौरान मरीज से भेंट भी हो जाती है. तो दवा नहीं मिलती, यहां दवा उपलब्ध ही नहीं रहती है. अस्पताल का निरीक्षण कार्य भी विभाग द्वारा नहीं हो पाता है. ऐसी ही स्थिति शुंभा, मेघौना अस्पताल की है. अतिरिक्त पीएचसी मारणडीह में ना तो अब तक डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति हुई है. ना तो कोई स्थान निर्धारित है. वहां दो नर्स घर से ही उपस्थिति बनाती है.और पंजी में ही अस्पताल कार्य चलता है. उक्त संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एमपी सिंह ने बताया कि दवा का थोड़ा बहुत अभाव है. पीएचसी की व्यवस्था ही सही नहीं है. मामले की जांच की की जायेगी.

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