यूरिया की किल्लत से कैसे लहरायेंगे फसल

प्रतिनिधि, चौथमयूरिया के किल्लत का मार झेल रहे किसानों को प्रशासनिक पहल पर मांग के अनुरूप प्रखंड को दिये गये आवंटन ऊंट के मुंह में जीरा फोरन माना जा रहा है. जानकारी के अनुसार चौथम प्रखंड को यूरिया का आवंटन महज 182 एमटी (3640 बोरा) किया गया है. उक्त आवंटन खगडि़या के थोक विक्रेता के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2015 10:03 PM

प्रतिनिधि, चौथमयूरिया के किल्लत का मार झेल रहे किसानों को प्रशासनिक पहल पर मांग के अनुरूप प्रखंड को दिये गये आवंटन ऊंट के मुंह में जीरा फोरन माना जा रहा है. जानकारी के अनुसार चौथम प्रखंड को यूरिया का आवंटन महज 182 एमटी (3640 बोरा) किया गया है. उक्त आवंटन खगडि़या के थोक विक्रेता के नाम से अधिकृत किया गया है. थोक विक्रेता रैक प्वाइंट से आवंटन का उठाव कर प्रखंड के खुदरा खाद विक्रेता को आवंटित करेगा. उक्त यूरिया की बिक्री पर नियंत्रण के लिए प्रखंड कृषि पदाधिकारी क्षेत्रीय कृषि सलाहकार के देख रेख में किसानों के बीच उचित कीमत पर विक्रय करेगा. विभागीय सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार पैक्स के माध्यम से यूरिया का आवंटन नहीं किया गया है. पैक्स को यूरिया का आवंटन इफ्को द्वारा किया जाता है. जिसका रैक अभी नहीं लगा है. रैक लगने के बाद यूरिया का आवंटन पैक्स को किया जायेगा. बहरहाल इंद्र भगवान की मेहरबानी से हुई वर्षा से किसानों को यूरिया खाद की मांग बढ़ गयी है. ऐसे में आवंटन की कमी मांग की भरपाई करने में ऊंट के मुंह में जीरा का फोरन साबित हो रहा है. खेती के ऐन मौके पर खाद की किल्लत को लेकर किसानों में सरकार व नेताओं के प्रति आक्रोश है.

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