राशि के बावजूद नहीं हो रहा मनरेगा का काम

-पीओ ने मांगा पीआरएस से जवाबप्रतिनिधि, परबत्ताप्रखंड में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत सभी कार्य विगत कुछ महीनों से रुप है. इस स्थिति के लिये राशि की अनुपलब्धता जिम्मेदार है. किंतु जिन पंचायतों के खातों में राशि है भी वहां भी कार्य ठप है. इन परिस्थिति में विभाग द्वारा केवल बैठकों का दौर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2015 10:02 PM

-पीओ ने मांगा पीआरएस से जवाबप्रतिनिधि, परबत्ताप्रखंड में महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत सभी कार्य विगत कुछ महीनों से रुप है. इस स्थिति के लिये राशि की अनुपलब्धता जिम्मेदार है. किंतु जिन पंचायतों के खातों में राशि है भी वहां भी कार्य ठप है. इन परिस्थिति में विभाग द्वारा केवल बैठकों का दौर किया जा रहा है. इस बीच राशि उपलब्ध होने के बावजूद खर्च नहीं करने वाले पंचायत रोजगार सेवकों से मनरेगा पीओ राम गंगा ने स्पष्टीकरण मांगा है. प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी ने पत्रांक 24 दिनांक 17 जनवरी 15 के द्वारा वैसा, बंदेहरा, देवरी, कोलवारा, कुल्हडि़या, लगार, माधवपुर, परबत्ता, पिपरा, लतीफ व अन्य पंचायत रोजगार सेवकों को कहा है कि इन पंचायतों में कुछ न कुछ राशि उपलब्ध होने के बावजूद न ता राशि खर्च की जा रही है, न ही लक्ष्य के अनुरूप मानव कार्य दिवस का सृजन किया जा रहा है. पत्र में स्पष्टीकरण मांगते हुए कहा गया है कि बाध्य होकर वरीय पदाधिकारियों को सूचित कर दिया जायेगा. विगत कई माह से पीआरएस द्वारा राशि नहीं होने की बात कह कर मनरेगा को बंद रखा जा रहा है. -किन पंचायत में कितनी राशि अधि शेष वैसा -2.22 लाखबंदेहरा -3.13 लाखदेवरी-2.12 लाख कोलवारा- 3.17 लाख कुल्हडि़या-6.96 लाखलगार-2.35 लाखमाधवपुर-8.05 लाखमहदीपुर-4.3 लाखपरबत्ता -2.33 लाखइसके अलावा शेष सभी पंचायतों में राशि हजार में अधिशेष है. मनरेगा के रुप होने से मजदूरों का पलायन सीधे तौर पर बढ़ा है. पीओ राम गंगा ने बताया कि हालांकि किसी नयी योजना को संचालित करने के लिए पर्याप्त राशि नहीं है फिर भी मनरेगा को संचालित किये रखने हेतु सभी आवश्यक कदम उठाये जार रहे है.

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