महादलित बस्तियों के विद्यालयों का हाल बेहाल

चौथम. महादलितों की बस्तियों में शिक्षा का दीप जलाने की सरकार के मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है. सरकार के सकारात्मक पहल पर महादलित बस्तियों में विद्यालय तो खोला गया. लेकिन विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक फरार रहते हैं. जिसके कारण विद्यालय में सालोभर ताला लटका रहता है. ऐसे में महादलितों के बच्चे को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 18, 2015 10:03 PM

चौथम. महादलितों की बस्तियों में शिक्षा का दीप जलाने की सरकार के मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा है. सरकार के सकारात्मक पहल पर महादलित बस्तियों में विद्यालय तो खोला गया. लेकिन विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक फरार रहते हैं. जिसके कारण विद्यालय में सालोभर ताला लटका रहता है. ऐसे में महादलितों के बच्चे को कैसे शिक्षित किया जा सकता है. समस्या पर विभागीय अधिकारी मूक दर्शक बने हैं. दियारा क्षेत्र के बुच्चा पंचायत स्थित महादलित महादलितों की बस्ती फैनगो पुनर्वास स्थित विद्यालय के प्रधानाध्यापक रेणु बसुंधरा विद्यालय में वर्ष में गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस झंडोत्तोलन की औपचारिकता निभाने उपस्थित रहती है. वहीं महादलित की बस्ती भिलौडि़या मुशहरी स्थित भवन हीन प्राथमिक विद्यालय को मध्य विद्यालय फर्रेह में टैग कर दिया गया है. विद्यालय की हालत को जाने तो प्रधानाध्यापक मंजू कुमारी द्वारा एमडीएम नहीं चलाया जाता है. प्रधानाध्यापक द्वारा एमडीएम राशि को हजम कर ली जाती है. वहीं पोशाक एवं छात्रवृत्ति राशि के लिए बच्चों की फर्जी सूची दिखा कर राशि की हेरा फेरी की जाती है. विदित हो कि उक्त विद्यालयों की समस्या को लेकर स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने पंचायत समिति की बैठक में विभाग को सवालों के घेरे में लिया था. बैठक में उपस्थित विधायक पन्ना लाल पटेल ने जांच एवं कार्रवाई का निर्देश प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को दिया. इतना कुछ होने के बावजूद विभाग इस पर क्या कार्रवाई करती है. यह भविष्य के पाले है. लोगों ने जिलाधिकारी से इन विद्यालय की जांच कराते हुए सुचारू रूप से संचालन कराये जाने की मांग की है.

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