नहीं होता शिकायत का निबटारा
लोगों का आरोप सीएम, डीएम व एसपी के जनता दरबार में दिये आवेदनों पर दूसरे पक्षों को मिलती है सहूलियत प्रतिनिधि, चौथमअधिकारियों के जनता दरबार में पड़ने वाले आवेदन पर अधीनस्थ अधिकारी द्वारा कार्रवाई नहीं किये जाने के कारण आम लोगों में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. आमजन बड़ी उम्मीद के साथ […]
लोगों का आरोप सीएम, डीएम व एसपी के जनता दरबार में दिये आवेदनों पर दूसरे पक्षों को मिलती है सहूलियत प्रतिनिधि, चौथमअधिकारियों के जनता दरबार में पड़ने वाले आवेदन पर अधीनस्थ अधिकारी द्वारा कार्रवाई नहीं किये जाने के कारण आम लोगों में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. आमजन बड़ी उम्मीद के साथ अपना शिकायत आवेदन मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक के जनता दरबार सहित लोकयुक्त व मानवाधिकार में देते हैं, लेकिन यह आवेदन धीरे-धीरे वहीं पहुंच जाती है, जिनके विरुद्ध या तो शिकायत होता है या फिर जो दूसरे पक्ष के लोगों की मदद कर रहे होते हैं. ऐसे में यह फाइल दबी की दबी रह जाती है. लंबे समय तक आमलोग समस्या अधीनस्थ अधिकारियों के प्रक्रिया संचिका में अटका रह जाता है. शिकायतकर्ताओं को समस्या के निष्पादन के लिये संचिका के पीछे टेबुल दर टेबुल दौड़ लगाते थक हार जाते हैं. शिकायतकर्ताओं की समस्या से निजात पाने की उम्मीदों पर पानी फिर जाता है. -प्रखंड में लंबित हैं दर्जनों मामले प्रखंड कार्यालय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जन शिकायत के 65 आवेदन लंबित चल रहे है. वहीं अंचल में 100 से अधिक जन शिकायत आवेदन अधर में अटका है. वहीं पुलिस प्रशासन के तहत थाना में 35 जन शिकायती आवेदन लंबित दौर में चल रहे हैं.