एकादशी वैष्णवों का है उत्तम व्रत

परबत्ता. प्रखंड के लगार पंचायत अंतर्गत बिशौनी गांव में एकादशी उद्यापन के अवसर पर सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन श्रद्धा व उल्लास पूर्वक चल रहा है. इस मौके पर चल रहे कथा वाचन के दौरान प्रवचनकर्ता आचार्य पंकज शास्त्री ने कहा कि एकादशी व्रत के आयोजन से मनुष्य मात्र को इस जन्म तथा पूर्व […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2015 11:04 PM

परबत्ता. प्रखंड के लगार पंचायत अंतर्गत बिशौनी गांव में एकादशी उद्यापन के अवसर पर सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन श्रद्धा व उल्लास पूर्वक चल रहा है. इस मौके पर चल रहे कथा वाचन के दौरान प्रवचनकर्ता आचार्य पंकज शास्त्री ने कहा कि एकादशी व्रत के आयोजन से मनुष्य मात्र को इस जन्म तथा पूर्व जन्मों के पापों से मुक्ति मिल जाती है. इसके अलावा मानव मात्र को वैकुंठ की प्राप्ति होती है. एकादशी व्रत से शरीर को पूर्ण स्वस्थ व ऊर्जावान बनाने में मदद मिलती है. एकादशी के दौरान रात्रि जागरण के क्रम में निंद्रा पर भी विजय प्राप्त होती है. भागवत कथा से हमें जीवन जीने की कला प्राप्त होती है. भागवत कथा के श्रवण मात्र से मृत आत्मा को भी मुक्ति मिलती है. इस कथा के माध्यम से हम अपने समृद्ध संस्कृति व धर्म के बारे में जानते हैं. इसमें भगवान के 24 अवतार के बारे में ज्ञान वर्द्धन होता है कथावाचन के द्वारा श्रीकृष्ण के जीवन चरित्र से त्याग-तपस्या व मानव कल्याण की शिक्षा मिलती है. इस कार्यक्रम में राजाराम, जयश्रीहर्षवर्द्धन ने अपनी भक्ति संगीत से श्रोताओं को बांधे रखा. गांव में इस कार्यक्रम को लेकर उत्साह व भक्ति का माहौल है.

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