33 प्रतिशत से अधिक फसल को नुकसान

खगडि़या. जिले में बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ है. जिले के प्रभारी सचिव पंकज कुमार ने भी स्वयं गोगरी प्रखंड मौजाचक मौजा में एक किसान के खेतों में लगी गेहूं के फसल की जांच की तथा किसान से पूछताछ की. इस दौरान यह बातें सामने आयी कि पिछले वर्ष की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2015 9:05 PM

खगडि़या. जिले में बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ है. जिले के प्रभारी सचिव पंकज कुमार ने भी स्वयं गोगरी प्रखंड मौजाचक मौजा में एक किसान के खेतों में लगी गेहूं के फसल की जांच की तथा किसान से पूछताछ की. इस दौरान यह बातें सामने आयी कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष आधी पैदावार हुई है. साथ ही जिला कृषि पदाधिकारी ने भी जिला स्तर पर प्रतिवेदित किया है कि जिले में अच्छादित रकवा 9004/.98 हेक्टेयर है. यानी इतनी जमीन पर लघु व सीमांत किसानों ने बुआई की थी. जिसमें 33 प्रतिशत या अधिक फसल को प्राकृतिक आपदा से नुकसान हुआ है. जानकार बताते हैं कि 33 प्रतिशत से फसल नुकसान होने के कारण किसानों को फसल बीमा का भी लाभ मिल सकता है. क्योंकि फसल नुकसान का प्रतिशत 50 से घटाकर 33 कर दिया गया है. इस आधार पर खेती के लिए केसीसी उठाने वाले किसानों को फसल नुकसान के लिए बीमा कंपनी से नुकसान की राशि मिल सकती है.

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