जुगाड़ बंद तो कर दिया, लेकिन वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की
हेडिंग….डुमरी घाट पर हो रही फजीहतफोटो है 10 में कैप्सन : ऐसे नाव पर चढ़ पार कर रहे हैं लोग नदी प्रतिनिधि, खगडि़याडुमरी घाट पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण खगडि़या का बेलदौर एवं कोसी कमिश्नरी के लोगों को डुमरी घाट आर-पार करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. पर, सरकार शायद यह […]
हेडिंग….डुमरी घाट पर हो रही फजीहतफोटो है 10 में कैप्सन : ऐसे नाव पर चढ़ पार कर रहे हैं लोग नदी प्रतिनिधि, खगडि़याडुमरी घाट पुल क्षतिग्रस्त होने के कारण खगडि़या का बेलदौर एवं कोसी कमिश्नरी के लोगों को डुमरी घाट आर-पार करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. पर, सरकार शायद यह भूल चुकी है कि सरकार का पहला दायित्व जनता के कठिनाइयों को दूर करना है. नाविकों के द्वारा जुगाड़ पुल ने लोगों की कठिनाइयों को कुछ कम किया था, लेकिन नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी के चलते प्रशासन द्वारा जुगाड़ पुल को बंद करा दिया गया. इस प्रशासनिक कदम का कोसीवासियों ने भी विरोध नहीं किया. पर, इसके साथ ही सरकारी स्तर पर वैकल्पिक व्यवस्था भी होनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया . इस पुल से कोसी वासियों को काफी आपेक्षाएं थीं, लेकिन ये सभी चूर-चूर हो गये.डुमरी घाट पर लोगों की रोज हो रही है फजीहत डुमरी घाट पर कोसी नदी पार करने वाले लोगों को रोजाना अनेक प्रकार की समस्याओं से दो चार होना पड़ रहा है. पहले तो लोगों को जलती रेत पर चल कर घाट तक आना पड़ता है. इसके बाद लोग नाव पर चढ़ कर नदी पार करते हैं. इसमें लोगों की जान सांसत में रहती है. पर, इस ओर अभी तक जिला प्रशासन की तरफ से कोई ठोस पहल नहीं की गयी है. इस कारण लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है. लोगों का कहना है कि इस बार के चुनाव में यह पुल ही जनप्रतिनिधियों के पसीने छुड़ाने वाला है.