पुनर्वास के आस में जी रहे है बसुआ के विस्थापित महादलित

महेशखंूट : सरकार महादलितों के कल्याण व उत्थान के लिए कई तरह कि योजना चला रही है, लेकिन इसका असर कोयला के बसुआ वाटरवेज बांध से विस्थापित महादलितों पर नहीं पड़ता दिख रहा है. कोसी के तांडव से विस्थापित होकर पौरा के गौसाई शिशबन्नी के क्षमावन्त गोस्वामी के तीन बीघा जमीन पर तीन सालों से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 29, 2015 10:05 PM

महेशखंूट : सरकार महादलितों के कल्याण व उत्थान के लिए कई तरह कि योजना चला रही है, लेकिन इसका असर कोयला के बसुआ वाटरवेज बांध से विस्थापित महादलितों पर नहीं पड़ता दिख रहा है. कोसी के तांडव से विस्थापित होकर पौरा के गौसाई शिशबन्नी के क्षमावन्त गोस्वामी के तीन बीघा जमीन पर तीन सालों से सैकड़ों महादलित परिवार झोपड़ी बना रह रहे है.

जमीनदाता के द्वारा मुआवजा की मांग की जा रही है. विस्थापित परिवार विजय सदा, मसुदन राम, चुनचुन सदा, मुरारी राम, विरन सदा,रामचंद्र सदा आदि ने बताया कि डीएम को कई बार आवेदन देकर जमीन दाता से जमीन अधिग्रहण कर के हम लोंगों के घर उजड़ने से बचाने की गुहार लगायी गयी है, लेकिन अभी तक हम विस्थापित परिवारों को सीओ द्वारा परचा नहीं दिया गया है. दलित महादलित पुकार संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष सनोज सम्राट ने कहा कि उक्त विस्थापित परिवार को परचा दिलाने के लिए संघर्ष किया जायेगा.

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