स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरायी

फोटो है 10 मेंकैप्सन- प्रदर्शन करते स्वास्थ्य कर्मी खगडि़या. स्थायी करने की मांग को लेकर धरना दे रहे संविदा कर्मियों के कारण जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगा है. मरीजों को परेशानी हो रही है. कई मरीज को बिना इलाज कराये वापस लौटना पड़ रहा है. हालांकि सदर अस्पताल की उपाधीक्षक डॉ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2015 10:05 PM

फोटो है 10 मेंकैप्सन- प्रदर्शन करते स्वास्थ्य कर्मी खगडि़या. स्थायी करने की मांग को लेकर धरना दे रहे संविदा कर्मियों के कारण जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगा है. मरीजों को परेशानी हो रही है. कई मरीज को बिना इलाज कराये वापस लौटना पड़ रहा है. हालांकि सदर अस्पताल की उपाधीक्षक डॉ मीरा सिंह ने बताया कि संविदा कर्मियों की हड़ताल के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. सभी सरकारी कर्मी मरीजों की सेवा के लिए तैयार रहते हैं. हालांकि सच्चाई है कि सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल, सभी पीएचसी में संविदा कर्मियों की संख्या सर्वाधिक है. हड़ताली कर्मचारियों के विकल्प के रूप में नियमित एवं ए ग्रेड नर्स से कार्य तो लिया जा रहा है, लेकिन रोगियों की बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने में परेशानी हो रही है. अस्पताल में रोगियों के भीड़ बढ़ने के बजाय घट रही है. सुदूर ग्रामीण क्षेत्र से आये मरीजों ने बताया कि अस्पताल में हड़ताल है. इसके कारण सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोग स्थानीय प्राइवेट चिकित्सकों से इलाज कराने पर मजबूर हो गये हैं. इधर उपाधीक्षक ने बताया कि हड़ताल के बावजूद भी सभी काम सुचारू रूप से चल रहा है. मरीजों का इलाज चिकित्सक द्वारा किया जाता है न कि संविदा कर्मियों द्वारा.

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