साल भर में पुल का पाया भी खड़ा नहीं हो पाया

अलौली. मुख्यालय चौक के पास बागमती नदी के डायवर्सन एवं बूढ़ी घाट के डायवर्सन के पास पुल का निर्माण कार्य एमपी चुनाव से दो माह पूर्व ही शुरू हुआ. पर, करोड़ों की लागत से बनने वाले पुल का साल भर बाद भी पाया तक खड़ा नहीं हो पाया है और न ही संवेदक द्वारा डायवर्सन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2015 10:05 PM

अलौली. मुख्यालय चौक के पास बागमती नदी के डायवर्सन एवं बूढ़ी घाट के डायवर्सन के पास पुल का निर्माण कार्य एमपी चुनाव से दो माह पूर्व ही शुरू हुआ. पर, करोड़ों की लागत से बनने वाले पुल का साल भर बाद भी पाया तक खड़ा नहीं हो पाया है और न ही संवेदक द्वारा डायवर्सन की मरम्मत ही की जा सकी है. बीते साल डायवर्सन के समीप बरसात के समय दो माह तक नौका चलती रही. जिस कछुए की चाल से पुल के निर्माण का कार्य चल रहा है, इससे तो पुल के निर्माण में वर्षो का समय लग सकता है. वहीं अलौली-बखरी सड़क का निर्माण का कार्य लगभग अंतिम चरण में है. उक्त मार्ग में दोनों पुल का निर्माण बाधक बना हुआ है. इसका समय से निर्माण नहीं होने के कारण मार्ग में चलने वाले वाहन चालकों की मनमानी बनी हुई है. अलौली से बखरी मात्र 18 किलोमीटर की दूरी में वाहन चालक 30 रुपये प्रति यात्री किराया की मांग करते हैं. ऐसे में यात्रियों को किराया देने की मजबूरी बनी हुई है. सिर्फ दो डायवर्सन के कारण ही वाहन चालक यात्री से मनमाना किराया वसूल रहे हैं. ओवरलोड यात्रा भी लोगों की लाचारी बनी हुई है. अलौली-खगडि़या के बीच 18 किलोमीटर की दूरी में किराया 20 रुपये लिया जाता है. हरिपुर गांव के सुनील भगत, विनोद भगत, हरिनंदन सिंह, मनोज शर्मा, अनिल शर्मा आदि ने बताया कि पुल निर्माण कंपनी प्रतिदिन दो-चार मजदूरों के सहारे धीरे-धीरे काम करवा रही है. इस रफ्तार से तो कोई घर का निर्माण भी नहीं करता.

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