चौथे दिन भी कार्यपालक सहायक रहे हड़ताल पर

खगड़िया: बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ के आह्वान पर गुरुवार को भी जिले के विभिन्न विभागों में नियोजित कार्यपालक सहायक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहे. हड़ताल के कारण आरटीपीएस सहित विभिन्न विभागों में कामकाज प्रभावित रहा. इधर, कार्यपालक सहायकों ने कोसी कालेज के मैदान में धरना दिया. अध्यक्षता करते हुए संघ के अध्यक्ष अमरजीत कुमार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 12, 2015 9:24 AM
खगड़िया: बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ के आह्वान पर गुरुवार को भी जिले के विभिन्न विभागों में नियोजित कार्यपालक सहायक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहे. हड़ताल के कारण आरटीपीएस सहित विभिन्न विभागों में कामकाज प्रभावित रहा.
इधर, कार्यपालक सहायकों ने कोसी कालेज के मैदान में धरना दिया. अध्यक्षता करते हुए संघ के अध्यक्ष अमरजीत कुमार भारती ने राज्य सरकार पर दमनात्मक नीति अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जिले के सभी आरटीपीएस में बाहरी लोगों द्वारा आवेदनों की इंट्री करायी जा रही है. बावजूद इसके सरकार कुंभकर्णी निद्रा में है. मीडिया प्रभारी कृष्णमुरारी ने कहा कि 48 घंटे के अंदर अगर सरकार हड़ताल समाप्त कराने की पहल नहीं करती है, तो संघ उग्र आंदोलन करने पर विवश होगा. सचिव स्नेह कुमार सिन्हा ने कहा कि हड़ताल अवधि में व्यापक पैमाने पर दाखिल-खारिज, मोटेशन, पेंशन योजना समेत सभी प्रकार के आवेदन आसानी से जमा किया जा रहे हैं. वैसे आवेदक खुद काउंटर पर नहीं आते हैं.

ऐसी स्थिति में फर्जी फोटो लेकर आवेदनों की इंट्री की जा रही है. जो उच्चस्तरीय जांच का विषय है. सचिव ने डीएम एवं एसडीओ का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए दोषी पर कार्रवाई की मांग की है. कोषाध्यक्ष संजय राय, सह संयोजक विनित कुमार आनंद, संयुक्त सचिव विजय कुमार, मुकेश कुमार, संजीव कुमार, अमरजीत कुमार ने कहा कि आइटी सहायकों की यह कोशिश है कि बेएसा की हड़ताल को विफल कर दिया जाये. किंतु, आईटी सहायकों को यह पता नहीं है कि चट्टानी एकता के सामने उनकी मंशा अधूरी रह जायेगी. बोले, सरकार की धमकी से कार्यपालक सहायक डरने वाले नहीं हैं. इस बार आर-पार की लड़ाई होगी.

धरना में कार्यपालक सहायक नागेंद्र कुमार, मिथलेश चौधरी, राहुल, विजय, राकेश, अखिलेश आनंद, पप्पू, अंशु रूमा, चांदनी, संजीव कुमार, सोनू कुमार झा, रौशन कुमार, विमल किशोर वर्मा, रूपक कुमार आदि उपस्थित थे.

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