पर, लोग इस मामले की जांच के लिये स्पेशल टीम गठित करने तथा खोजी कुत्ता मंगवाने की मांग कर रहे थे. लोगों का कहना था कि लगातार इस तरह की घटनाएं हो रही है. उस पर से घटना के बाद जब पुलिस को सूचना दी जाती है, तो पुलिस घटनास्थल पर भी समय से नहीं पहुंच पाती है. वहीं मृतका के परिजन पुलिस पर भेदभाव बरतने का आरोप लगा रहे थे.
लोगों का आरोप था कि हत्या की घटना करीब आठ बजे सुबह हुई, जबकि पुलिस घटनास्थल पर करीब 11 बजे पहुंची. घटनास्थल से परबत्ता थाने की दूरी करीब दो किलोमीटर है. फिर भी पुलिस का देर से पहुंचना लापरवाही का नमूना है. एसपी ने आक्रोशित लोगों को निष्पक्ष एवं प्रभावी जांच का भरोसा दिलाया. इस बीच भीड़ में से कुछ आक्रोशित युवाओं ने परबत्ता हाट पर सड़क जाम कर दिया. इस वजह से पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए खेतों के रास्ते परबत्ता-लगार रोड होते हुए खगड़िया भेज दिया. बाद में थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने जाम हटवाया. एसपी ने स्वयं मृतका के घर जा कर पूछताछ की. मौके पर बीडीओ डॉ कुंदन, सीओ शैलेन्द्र कुमार, एसडीओ संतोष कुमार भी देर शाम प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर मामले की जानकारी लिये.