एक साल में ही सड़क हो गयी जर्जर
फोटो 11 मेंकैप्सन- मोहिनी बासा गांव के समीप टूटी सड़कप्रतिनिधि, बेलदौरमुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़क एक वर्ष में ही जर्जर हो गयी है. इससे सड़क निर्माण में बरती गई अनियमितता सामने आ गयी है. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत हनुमाननगर गांव के माली फुलवडि़या डीह सड़क से मोहिनी […]
फोटो 11 मेंकैप्सन- मोहिनी बासा गांव के समीप टूटी सड़कप्रतिनिधि, बेलदौरमुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़क एक वर्ष में ही जर्जर हो गयी है. इससे सड़क निर्माण में बरती गई अनियमितता सामने आ गयी है. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत हनुमाननगर गांव के माली फुलवडि़या डीह सड़क से मोहिनी बासा नहर तक सड़क का निर्माण कार्य करवाया गया था. कार्य स्थल पर लगाये गये कार्य विवरणी के मुताबिक इस कार्य को 9 जनवरी, 2014 को पूरा किया गया. इसकी लागत 1 करोड़ 67 लाख 32 हजार से ज्यादा की है. सड़क ढाई किलोमीटर के करीब बनायी गयी है. इसके तहत गांवों में जो पीसीसी कार्य किया गया है, वह पहली बरसात में ही यत्र तत्र टूट कर जर्जर हो गया है. पीसीसी के दोनों किनारे लगाये गये फ्लैंक में पर्याप्त मिट्टी नहीं दिये जाने का नतीजा यह निकला कि पीसीसी सड़क के दोनों बगल किया गया ईंट सोलिंग इसके किनारे को छोड़ कर अलग होकर यत्र तत्र टूट फूट कर बिखर गया. इसी तरह कालीकरण की गयी सड़क की उपरी परत पूरी तरह समाप्त हो गयी है. सड़क के दोनों किनारे यत्र टूट कर गड्ढे में तब्दील हो गये हंै. ग्रामीणों की मानें तो कार्य एजेंसी ने विभागीय अधिकारियों को प्रभाव में लेकर निजी स्वार्थ को हित में रखकर सड़क निर्माण कराया. सड़क निर्माण में अनुशंसित मात्रा में मिट्टी, गिट्टी अलकतरा, सीमेंट आदि का प्रयोग नहीं किया गया. ग्रामीणों को जर्जर सड़क पर यातायात करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.