मनरेगा की आस छोड़ मजदूरों का पलायान जारी
चौथम. केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित मनरेगा योजना विगत दो वर्षों से ठप चल रही है. इस दिशा में केंद्र सरकार के उपेक्षित नीति के कारण पिछले दो वर्षों से प्रखंड में कोई न तो नयी योजनाओं की स्वीकृति मिली है और न ही राशि का आवंटन ही हुआ है. यहां तक की दो वर्ष पूर्व […]
चौथम. केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित मनरेगा योजना विगत दो वर्षों से ठप चल रही है. इस दिशा में केंद्र सरकार के उपेक्षित नीति के कारण पिछले दो वर्षों से प्रखंड में कोई न तो नयी योजनाओं की स्वीकृति मिली है और न ही राशि का आवंटन ही हुआ है. यहां तक की दो वर्ष पूर्व के स्वीकृति योजना में काम चुके मजदूरों को मजदूरी भी नहीं मिल सकी है. विभागीय सूत्रों के अनुसार इस मद में मजदूरों की 15 लाख की राशि मजदूरी बकाया है. हालांकि लंबित मजदूरी का आंशिक भुगतान एफटीआइ के तहत मजदूरों के खाते में भेजने की प्रक्रिया जारी है. अब तक बकाये मजदूरों के खाते में एक लाख 36 हजार आठ सौ की राशि खाते में भेजी गयी है. मजदूरों की समस्या पर ठुठ्ठी पंचायत की मुखिया मजदूरों को 100 दिन का भी रोजगार उपलब्ध नहीं करा पा रही है. इस कारण क्षेत्र से रोज दर्जनों मजदूर पलायन करने को मजबूर हो गये हैं. मजदूरों को जॉब कार्ड पर रोजगार का भरोसा नहीं रहा.