जलवायु विषय पर किया मंथन
खगड़िया: जननायक कर्पूरी ठाकुर इंटरस्तरीय विद्यालय में गुरुवार को जिले भर से जुटे विज्ञान शिक्षकों ने मौसम और जलवायु की स्थिति पर चिंतन किया और इस के लिए अपनी योजनाओं पर भी बात की. मौका था 23 वें राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस-2015 के तहत विज्ञान शिक्षकों की एक दिवसीय जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का. कार्यशाला […]
खगड़िया: जननायक कर्पूरी ठाकुर इंटरस्तरीय विद्यालय में गुरुवार को जिले भर से जुटे विज्ञान शिक्षकों ने मौसम और जलवायु की स्थिति पर चिंतन किया और इस के लिए अपनी योजनाओं पर भी बात की. मौका था 23 वें राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस-2015 के तहत विज्ञान शिक्षकों की एक दिवसीय जिला स्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का. कार्यशाला का उद्घाटन महिला महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एनपी ठाकुर, जेएनकेटी इंटर विद्यालय के प्राचार्य डॉ आमोद कुमार, राज्य प्रतिनिधि प्रो एसकेपी सिन्हा, जिला स्नेत व्यक्ति श्रीमती उषा सिंह, कपिलदेव मंडल, एआरपी श्री संजय कुमार ने किया.
मौके पर आतिथियों ने जलवायु परिवर्तन पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए इसके लिए सामूहिक पहल पर जोर दिया. अतिथियों ने कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस बच्चों को एक मंच प्रदान करता है, जहां वे अपने ज्ञान की जिज्ञासाओं को शांत करते हंै एवं कुछ नया करने को प्रेरित होते हैं. इस मंच द्वारा बच्चों में विज्ञान विधि के इस्तेमाल करने का हुनर सीखने का भी अवसर दिया जाता है एवं उनकी खोजी प्रक्रिया बढ़ती है, ताकि वे नवाचार कर सकें. कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण सभी क्षेत्रों में समस्याएं बढ़ी हैं, मानसून आगमन के समय में भी परिवर्तन देखा जा रहा है. वर्षा में बदलाव हुआ है, गरमी और ठंड में भी निरंतर वृद्धि हो रही है.
स्नेत व्यक्तियों ने मुख्य विषय के साथ उनके उपविषय आस-पास के मौसम एवं जलवायु का अध्ययन, मानवीय गतिविधियों द्वारा मौसम और जलवायु पर प्रभाव, मौसम, जलवायु एवं पारितंत्र, मौसम एवं जलवायु का समाज एवं संस्कृति में संबंध, मौसम, जलवायु एवं कृषि तथा मौसम, जलवायु एवं स्वास्थ्य आदि पर भी चर्चा की. आयोजन में जिले भर के उच्च एवं उच्चतर विद्यालय के 50 से अधिक विज्ञान शिक्षकों ने शिरकत की. अध्यक्षता प्राचार्य डॉ आमोद कुमार ने की. संचालन बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला समन्वयक चंदन कुमार ने किया. धन्यवाद ज्ञापन जयंत कुमार ने किया. बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला समन्वयक चंदन कुमार ने बताया कि कार्यशाला के बाद शिक्षक अपने विद्यालयों में मौसम और जलवायु से संबंधित विषयों पर छात्रों से परियोजना तैयार करवायेंगे.