Khagaria news : पुल का निर्माण होने से 50 हजार लोगों को होगा फायदा, घट जायेगी सहरसा की दूरी

सीएम आगमन के पहले पुल निर्माण विभाग के सचिव पहुंचे अलौली गढ़ घाट, लोगों से की बात

By Prabhat Khabar News Desk | January 12, 2025 11:51 PM

खगड़िया. अलौली गढ़ घाट पर पुल निर्माण की आस लगाए बैठे हजारों लोगों के लिए अच्छी खबर है. आस-पास के इलाके के करीब एक दर्जन से अधिक गांव के लोगों को पुल निर्माण का सपना जल्द ही साकार होने जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, प्रगति संवाद यात्रा के दौरान आगामी 16 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अलौली गढ़ घाट भी आयेंगे. यहां पहुंचकर मुख्यमंत्री इस क्षेत्र के लोगों की वर्षों की मांग को पूरी करेंगे. यानि पुल निर्माण की घोषणा करेंगे. बता दें कि मुख्यमंत्री के आगमन के पूर्व अलौली प्रखंड के गढ़ घाट पहुंचकर पुल निर्माण विभाग के सचिव शीर्षत कपिल अशोक ने यहां का जायजा लिया. इस दौरान विभागीय सचिव ने प्रशासनिक अधिकारियों क्रमशः डीडीसी अभिषेक व एसडीओ अमित अनुराग से जानकारी ली. मौके पर इन्होंने पुल निर्माण निगम के अभियंता को आवश्यक निर्देश भी दिये. उन्होंने स्थानीय लोगों से यहां पुल के महत्व के संदर्भ में पूछताछ की. इधर, जदयू नेता सह अलौली विधान सभा क्षेत्र के प्रभारी अजय मंडल ने बताया कि 16 जनवरी को मुख्यमंत्री गढ़ घाट आयेंगे, जिसके बाद पुल निर्माण की दिशा में कार्रवाई शुरू हो जाएगी.

50 हजार आबादी को पुल निर्माण से होगा फायदा

गढ़ घाट पर बागमती नदी पर पुल निर्माण के बाद इस क्षेत्र के करीब 50 हजार लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा. भौगोलिक रूप से पिछड़े चेराखेरा, आनंदपुर माड़न, खैरी खुटहा पंचायत के लोग वर्षों से पुल निर्माण की मांग करते आ रहे हैं. इन गांव के हजारों लोग नदी पार कर जिला/प्रखंड मुख्यालय पहुंचते हैं. यहां पुल नहीं रहने के कारण नाव के सहारे लोग नदी पार करते हैं. साबन-भादो के महीने लोग अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हैं. बताया जाता है कि गढ़ घाट पर नाव का परिचालन सुबह से शाम तक होता है. देर शाम बाद नौका का परिचालन बंद हो जाता है, जिसके बाद नदी के समीप बसे पंचायत के लोगों की रात भगवान भरोसे कटती है. अगर कोई इमरजेंसी हो जाए तो सुबह होने का इंतजार करना पड़ता है.

पुल निर्माण के बाद आयेगी खुशहाली

पुल पार कर इस क्षेत्र के बच्चे अलौली,खगड़िया स्थित अच्छे विद्यालयों में पठन-पाठन कर सकेंगे. नाव से नदी पार कर बाजार तक अनाज पहुंचाना किसानों के लिए मुश्किल हो जाता है. आवागमन की समस्या के कारण इन तीनों पंचायत के सैकड़ों किसान औने-पौने दाम में अनाज बेचने को विवश होते हैं. आनंदपुर माड़न के राजेश कुमार बताते हैं कि पुल बन जाने के बाद इस यातायात की व्यवस्था सुदृढ़ हो जायेगी. बच्चे अच्छे स्कूल में पढ़ सकेंगे. किसानों को उनके अनाज के उचित दाम भी मिलने लगेंगे. पूरे क्षेत्र में खुशहाली आयेगी.

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