वाम दलों की बैठक में आंदोलन पर विमर्श

परबत्ता. प्रखंड मुख्यालय स्थित परबत्ता हाट पर वाम दलों के नेताओं की बैठक हुई. इसमें 21 जुलाई को घोषित बिहार बंद को सफल बनाने के लिए विचार – विमर्श किया गया. बैठक में उपस्थित नेताओं ने केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा राज्य की जनता के साथ धोखा व वादाखिलाफी करने, भूमि अधिग्रहण अध्यादेश वापस लेने, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 15, 2015 11:07 PM

परबत्ता. प्रखंड मुख्यालय स्थित परबत्ता हाट पर वाम दलों के नेताओं की बैठक हुई. इसमें 21 जुलाई को घोषित बिहार बंद को सफल बनाने के लिए विचार – विमर्श किया गया. बैठक में उपस्थित नेताओं ने केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा राज्य की जनता के साथ धोखा व वादाखिलाफी करने, भूमि अधिग्रहण अध्यादेश वापस लेने, कृषि भूमि के अधिग्रहण पर रोक लगाने, डी बंदोपाध्याय आयोग की सिफारिशें लागू करने, किसानों की आत्महत्या पर रोक लगाने, बटाईदारों का पंजीकरण करने, फसल क्षति मुआवजा वितरण में व्याप्त धांधली पर रोक लगाने, बंद पड़े नलकूपों को चालू करने, ठेका-मानदेय पर बहाली की नीति वापस लेने, शिक्षण संस्थाओं के भगवाकरण पर रोक लगाने, अमीरदास आयोग की पुन: बहाली करने जैसी मांगों को लेकर बिहार बंद की अपील की गयी है. बैठक में सीपीआइ के अंचल मंत्री कैलाश पासवान, सीपीआइएम के जिला मंत्री संजय कुमार, प्रभारी अंचलमंत्री जयप्रकाश यादव, भाकपा माले के जिला सचिव अरुण कुमार दास सहित हरेराम चौधरी, जगदीशचंद्र बसु, कृष्ण कुमार शर्मा, जगन्नाथ दास, सुंदरवती देवी, नवीन चौधरी, गणेश पंडित, विपिन चंद्र मिश्र आदि मौजूद थे.

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