मानसी-गोगरी-महेशखूंट

खगड़िया:मंगलवार दोपहर हुई बारिश से जहां किसानों के चेहरे खिल उठे.कई दिनों से प्यासे धान की खेत की प्यास बूझी. वहीं बीते कई दिनों से उमस भरी गरमी से शहर वासियों ने थोड़ी राहत की सांस ली. एक ओर जहां बारिश से किसान के फसलों को फायदा पहुंचा है. वहीं दूसरी ओर बारिश ने पूरे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 19, 2015 3:04 AM

खगड़िया:मंगलवार दोपहर हुई बारिश से जहां किसानों के चेहरे खिल उठे.कई दिनों से प्यासे धान की खेत की प्यास बूझी. वहीं बीते कई दिनों से उमस भरी गरमी से शहर वासियों ने थोड़ी राहत की सांस ली. एक ओर जहां बारिश से किसान के फसलों को फायदा पहुंचा है.

वहीं दूसरी ओर बारिश ने पूरे शहर को पानी- पानी कर दिया. बारिश से सड़क सहित कई वाडरें में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. बारिश के कारण भारी जलजमाव से लोगों का आना-जाना दूभर हो गया.

कहते हैं किसानरहीमपुर के बलराम कुमार, लाभगांव के किसान विनोद कुमार शर्मा, अशोक कुमार, उदय कुमार आदि ने बताया कि इस बारिश से किसानों ने राहत की सांस ली है. किसान बीते कई दिनों से बारिश के लिए आसमान की ओर टकटकी लगाये हुए थे. हालांकि शहर सहित कई इलाकों में शनिवार को भी बारिश हुई थी.

उन्होंने बताया कि बारिश होने से धान की फसल हो काफी फायदा पहुंचेगा. बारिश नहीं होने के कारण किसान अपने अपने खेतो में निजी पंपसेट का सहारा लेकर पटवन के लिए मजबूर हो रहे थे. ऐसे में बारिश होने से किसानों को दोहरा लाभ पहुंचता है. निजी पंप सेट से पटवन में किसान को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है. फिर भी खेत की प्यास नहीं बुझती. बारिश होने से दोनों काम एक साथ हो जाते हैं. यह बारिश धान की फसल के लिए अमृत के समान है. बारिश होने से धान व मकई के फसलों को काफी फायदा पहुंचा है.

कहते हैं कृषि वैज्ञानिक

कृषि वैज्ञानिक निरंजन हजारी ने बताया कि कि बारिश से फायदा ही फायदा है. नुकसान कुछ नहीं है. उन्होंने कहा कि यह बारिश खरीफ फसलों के लिए अमृत समान है. बारिश से बागवानी की खेती की जा सकती है.

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