संध्या आरती का है विशेष महत्व

संध्या आरती का है विशेष महत्वफोटो है 3 मेंकैप्सन- आरती करतीं महिलाएं.परबत्ता. प्रखंड में शारदीय नवरात्र के अवसर पर मां शक्ति की पूजा को लेकर विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. नवरात्र करने वाली महिलाएं संध्या में मंदिर जाकर संध्या पूजन के साथ-साथ मिट्टी के बने दीपक से मां दुर्गा की आरती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 18, 2015 10:16 PM

संध्या आरती का है विशेष महत्वफोटो है 3 मेंकैप्सन- आरती करतीं महिलाएं.परबत्ता. प्रखंड में शारदीय नवरात्र के अवसर पर मां शक्ति की पूजा को लेकर विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. नवरात्र करने वाली महिलाएं संध्या में मंदिर जाकर संध्या पूजन के साथ-साथ मिट्टी के बने दीपक से मां दुर्गा की आरती करती हैं. संध्या आरती में खास कर महिला श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है. संसारपुर निवासी अजय कांत ठाकुर, पिपरा निवासी पंडित चंद्र भूषण मिश्र बताते हैं कि नवरात्र में संध्या पूजन का विशेष महत्व है, जो फलदायी सिद्ध होता है. दिनभर के उपवास के बाद भक्त संध्या में मां दुर्गा से सुख, शांति एवं समृद्धि की कामना करते हैं. इसलिए उपवास के साथ संध्या पूजन अवश्य करना चाहिये. संध्या के समय दीपक की लौ से मंदिर परिसर जगमग हो जाता है. दशहरा भर शाम में बिशौनी के चतुर्भुज दुर्गा मंदिर के साथ-साथ मड़ैया, लगार, तेमथा राका, खनुआ राका, सिराजपुर, डुमरिया खुर्द, खजरैठा, डुमरिया बुजुर्ग, कुल्हरिया गांव के दुर्गा मंदिरों में आसपास के गांवों की महिलाओं की भारी भीड़ जुटती है.

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