एक वर्ष में ही जर्जर हो गयी सड़क
एक वर्ष में ही जर्जर हो गयी सड़क मुख्यमंत्री ग्राम योजना के तहत फुलवरियाडीह से मोहिनी बासा नहर तक बनी थी सड़कफोटो 14 मेंकैप्सन: जर्जर सड़क का दृश्यप्रतिनिधि, बेलदौरमुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़क एक वर्ष में जर्जर हो गयी. इससे सड़क निर्माण में बरती गयी अनियमितता की पोल खुल गयी है. सड़क […]
एक वर्ष में ही जर्जर हो गयी सड़क मुख्यमंत्री ग्राम योजना के तहत फुलवरियाडीह से मोहिनी बासा नहर तक बनी थी सड़कफोटो 14 मेंकैप्सन: जर्जर सड़क का दृश्यप्रतिनिधि, बेलदौरमुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़क एक वर्ष में जर्जर हो गयी. इससे सड़क निर्माण में बरती गयी अनियमितता की पोल खुल गयी है. सड़क निर्माण कार्य में बरती गयी अनियमितता की कहानी सड़क अब स्वयं बयां कर रही है. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत हनुमाननगर गांव के माली फुलवरियाडीह सड़क से मोहिनी बासा नहर तक सड़क का निर्माण कार्य करवाया गया. कार्य स्थल पर लगाये गये कार्य विवरणी के मुताबिक इस कार्य को 9 जनवरी, 2014 को पूरा किया गया. इसकी लागत एक करोड़ 67 लाख 32 हजार से ज्यादा की है. इसके तहत गांवों में जो पीसीसी कार्य किया गया है, वह यत्र तत्र टूट कर जर्जर हो गया है. इस पीसीसी के दोनों किनारे लगाये गये फ्लैंक में पर्याप्त मिट्टी नहीं दिये जाने का नतीजा यह निकला कि पीसीसी सड़क के दोनों बगल की गयी ईंट सोलिंग इसके किनारे को छोड़कर अलग होकर यत्र तत्र टूट गयी है. इसी तरह कालीकरण की गयी सड़क की उपरी परत लगभग समाप्त हो गयी है. ग्रामीणों के मुताबिक सड़क बनने के साथ जो खुशी लोगों में हुई थी, वह खुशी सड़क बनाने में बरती गयी अनियमितता के कारण शीघ्र ही धूमिल हो गयी. ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की गुणवत्ता की जांच उच्चस्तरीय एजेंसी से करवाने की मांग की है.