पीएचसी में दवा के बदले दुआ से इलाज

चौथम : प्रखंड मुख्यालय स्थित पीएचसी में रोगियों का इलाज दवा नहीं दुआ के सहारे किया जाता है. पीएचसी में दवाई का आवंटन बंद है. पीएचसी में दवा उपलब्ध नहीं रहने के कारण ओपीडी में रोगियों का ग्राफ प्रतिदिन 400 से घट कर 30-40 तक पहुंच गया है. यहां तक कि आपातकालीन सेवा के लिए […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2015 9:13 PM

चौथम : प्रखंड मुख्यालय स्थित पीएचसी में रोगियों का इलाज दवा नहीं दुआ के सहारे किया जाता है. पीएचसी में दवाई का आवंटन बंद है. पीएचसी में दवा उपलब्ध नहीं रहने के कारण ओपीडी में रोगियों का ग्राफ प्रतिदिन 400 से घट कर 30-40 तक पहुंच गया है. यहां तक कि आपातकालीन सेवा के लिए भी जीवन रक्षक कोई दवा उपलब्ध नहीं है.

ऐसी स्थिति में इमरजेंसी की स्थिति में रोगियों के इलाज के लिए निजी दवा दुकान का सहारा लेना पड़ता है. जबकि पीएचसी में 33 प्रकार की दवा उपलब्ध की सूची लगी है. यदि कोई दुर्घटना ग्रस्त एवं गंभीर रोगी इलाज के लिए पीएचसी पहुंच जाये तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर को दुकान से दवा आने तक का इंतजार करना पड़ता है.

शुक्रवार को पीएचसी में कार्यरत बीएमसी दीपक कुमार सड़क दुर्घटना में घायल हो गयी. जब उसे इलाज के लिए एंबुलेंस से पीएचसी लाया गया तो दवा के अभाव में डॉक्टर को दुकान से दवा आने तक इंतजार करना पड़ा. इस दौरान रोगी कराहती रही. रोगी कल्याण समिति के सदस्य पूर्व मुखिया चंद्र शेखर प्रसाद सिंह का मानना है कि विगत दो वर्षों से विभाग द्वारा दवा पीएचसी को उपलब्ध नहीं कराया गया है.

रोगी कल्याण समिति द्वारा विभागीय निर्देश के अंतर्गत 15 हजार राशि से दवा खरीदने का प्रावधान है. कहते हैं पीएचसी प्रभारी पीएचसी प्रभारी डॉ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि विभाग द्वारा दी गयी राशि से तीन पूर्व दवा की खरीदारी की गयी है. जल्द ही रोगियों को दवा उपलब्ध करायी जायेगी.

कहते हैं सीएस सिविल सर्जन रास बिहारी सिंह ने बताया कि सभी पीएचसी को एक एक लाख रुपये उपलब्ध करा दी गयी है. पीएचसी प्रभारी द्वारा दवा की खरीदारी कर मरीजों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.

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