गोशाला मेला के बाद काष्ठ मेला में खरीदारों की भीड़
गोशाला मेला के बाद काष्ठ मेला में खरीदारों की भीड़ फोटो है 6 मेंकैप्सन- काष्ठ मेले में सजा पलंग. खगड़िया. गोशाला मेला के समाप्ति के बाद अब लोगों की भीड़ काष्ठ मेला में देखने में मिली. उल्लेखनीय है कि गोशाला मेला में काष्ठ से बने फर्नीचर के सभी सामान उपलब्ध होते हैं. गोशाला मेला की […]
गोशाला मेला के बाद काष्ठ मेला में खरीदारों की भीड़ फोटो है 6 मेंकैप्सन- काष्ठ मेले में सजा पलंग. खगड़िया. गोशाला मेला के समाप्ति के बाद अब लोगों की भीड़ काष्ठ मेला में देखने में मिली. उल्लेखनीय है कि गोशाला मेला में काष्ठ से बने फर्नीचर के सभी सामान उपलब्ध होते हैं. गोशाला मेला की समाप्ति के बाद भी दूसरे जिले के लोग भी काष्ठ मेला में फर्नीचर से बने सामनों की खरीदारी करने पहुंचते हैं. शुक्रवार को भी काष्ठ मेला में खरीदारों की अच्छी खासी भीड़ देखी गयी. यहां काष्ठ से बने लगभग सभी सामान उपलब्ध होते हैं. काष्ठ मेला का स्वरूप भी अब इतना बड़ा हो गया है कि मेले में दूसरे जिले से आये व्यवसायी भी अपना व्यवसाय यहां महीने भर चलाते हैं. कहते हैं फर्नीचर दुकानदार फर्नीचर दुकानदार मो साजीद ने बताया कि गोशाला मेला के अवसर पर थाना बिहपुर , नवगछिया, मड़ैया, परबत्ता से फर्नीचर की लकड़ी लायी जाता है. इसमें किराया अधिक लग जाता है. मेला कमेटी को भी जमीन का किराया देना पड़ता है. इसलिए पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष लकड़ी के फर्नीचर के दाम में अंतर है. फर्नीचर के दाम एक नजर में साधारण पलंग – 4000 से 5000दीवान पलंग – 15,000 से 50,000लकड़ी का संदूक – 3000 से 5000चौकी – 2000 से 5000 ओखल – 1500 से 2000 अलना- 1000 से 2000 टेबुल – 800 से 1200 कुरसी – 600 से 700स्टूल – 250 से 300