क्षेत्र में फिर दिखने लगे बाल श्रमिक
क्षेत्र में फिर दिखने लगे बाल श्रमिकबालश्रम पर रोक अभियान अब ठंडे बस्ते में प्रतिनिधि, गोगरीअनुमंडल क्षेत्र में फिर से बाल श्रमिक यत्र तत्र श्रम करते नजर आने लगे हैं. सरकारी लाख प्रयास के बाद भी बालश्रम पर अब भी पूर्णत: रोक नहीं लग पा रही है. विभागीय उदासीनता व अधिकारियों की लापरवाही के कारण […]
क्षेत्र में फिर दिखने लगे बाल श्रमिकबालश्रम पर रोक अभियान अब ठंडे बस्ते में प्रतिनिधि, गोगरीअनुमंडल क्षेत्र में फिर से बाल श्रमिक यत्र तत्र श्रम करते नजर आने लगे हैं. सरकारी लाख प्रयास के बाद भी बालश्रम पर अब भी पूर्णत: रोक नहीं लग पा रही है. विभागीय उदासीनता व अधिकारियों की लापरवाही के कारण बालश्रम उन्मूलन अभियान अब ठंडे बस्ते में पड़ा नजर आ रहा है. अभियान के ठंडा पड़ते ही एक बार फिर क्षेत्र में बाल श्रम हो रहा है. जिन बच्चों के हाथों में कॉपी व स्लेट होना चहिए, उन हाथों में कप प्लेट नजर आ रहे हैं. क्षेत्र में आज भी चाय नाश्ते की दुकानों, गैराज आदि जगहों पर बाल श्रमिक मजदूरी करते नजर आ रहे हैं. वहीं केला बगानों में खेत से केला का घोंद ढोते व बाजारों में बस स्टैंड स्टेशन आदि जगहों पर पेट के लिए कुछ न कुछ बेचते दिख ही जाते हैं. पूर्व में जब विभाग व प्रशासनिक स्तर पर बाल श्रम पर रोक लगाने के लिए जब अभियान के तहत छापेमारी कर बाल मजदूरी कराने वालों पर कार्रवाई की जा रही थी, तो क्षेत्र में लगभग बाल श्रम पर रोक लग गयी थी. भय से कोई बाल मजदूरों से मजदूरी नहीं करा रहा था, लेकिन अब अभियान के ठंडा होते ही फिर से बाल मजदूरों से काम कराना आरंभ हो गया है. इस संबंध में एसडीओ संतोष कुमार ने बताया कि बालश्रम कराना अपराध है. लोग बाल श्रमिकों से काम कराने की सूचना दें, कार्रवाई की जायेगी. जहां तक अभियान चलाने की बात है. इस ओर विभागीय अधिकारी से बात करेंगे.