अंधेरे में गुम हुए सोलर लाइट के करोड़ों रुपये

अंधेरे में गुम हुए सोलर लाइट के करोड़ों रुपये अधिकारी, जनप्रतिनिधि, ठेकेदार व बिचौलिया के गठजोड़ से मनपसंद लोगों को मिला आपूर्ति का ठेका सभी प्रखंडों में सोलर लाइट के नाम पर करोड़ों की राशि का हुआ बंदरबांट बिना गुणवत्ता वाले सोलर लाइट की हुई आपूर्ति, अधिकांश लाइट खराब बे्रडा या उसके अधिकृत एजेंसी से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 11, 2015 8:53 PM

अंधेरे में गुम हुए सोलर लाइट के करोड़ों रुपये अधिकारी, जनप्रतिनिधि, ठेकेदार व बिचौलिया के गठजोड़ से मनपसंद लोगों को मिला आपूर्ति का ठेका सभी प्रखंडों में सोलर लाइट के नाम पर करोड़ों की राशि का हुआ बंदरबांट बिना गुणवत्ता वाले सोलर लाइट की हुई आपूर्ति, अधिकांश लाइट खराब बे्रडा या उसके अधिकृत एजेंसी से कहीं नहीं हुई सोलर लाइट की खरीदारी बिना आमसभा के ही गुपचुप तरीके से खरीदारी से लेकर लगाने में हुआ खेल मुख्य सचिव से लेकर डीएम तक को की गयी शिकायत फाइलों में गुमसोलर लाइट आपूर्ति की जांच हो तो करोड़ों के घोटाले का होगा परदाफाश —————— सोलर लाइट से गांव गांव रोशन करने का सपना भ्रष्टाचार की गंगा मंे बह गया. अधिकारी, बिचौलिया, जनप्रतिनिधि व आपूर्ति एजेंसी की मिलीभगत से सरकारी राशि का जम कर बंदरबांट हुआ. मुख्य सचिव से लेकर डीएम तक को कई बार शिकायत हुई लेकिन कार्रवाई का अब भी इंतजार है. – शैलेन्द्र सिंह तरकर, आरटीआई कार्यकर्ता. —————— सरकारी राशि से गांव गांव में रोशनी फैलाने की योजना पर भ्रष्टाचार भारी पड़ा है. खगडि़या के सभी प्रखंडों में सोलर लाइट खरीद में सरकारी नियम कायदे ताक पर रख दिये गये. पिछले दरवाजे से मनपसंद लोगों को आपूर्ति का ठेका देकर सरकारी राशि की जमकर हेराफेरी की गयी. अब मीडिया में मामला उजागर होने के बाद जांच व कार्रवाई की बात कही जा रही है. —————–खगडि़या. गांव गांव में सोलर लाइट की रोशनी से रोशन करने की योजना भ्रष्टाचार के चंगुल में फंस कर कराह रहा है. बताया जाता है कि सोलर लाइट खरीदारी में सारे नियम कायदे ताक पर रख दिये गये. पिछले दरवाजे से मनपसंद लोगों को आपूर्ति को ठेका देकर सरकारी राशि का बंदरबांट किया गया. बे्रडा या उसके अधिकृत एजेंसी से किसी भी प्रखंड में सोलर लाइट की खरीदारी नहीं की गयी. इतना ही नहीं विभिन्न प्रखंडों में अलग अलग रेट पर सोलर लाइट की खरीदारी की गयी. आम सभा कर सोलर लाइट खरीद से लेकर लगाने के सरकारी निर्देश का भी ख्याल नहीं रखा गया. अधिकारी, जनप्रतिनिधि व ठेकेदार के गठजोड़ के कारण नियम कायदे को ताक पर रख दिया गया. उस वक्त तैनात अधिकारी भी बड़े पैमाने पर हो रही गड़बड़ी की ओर से आंखें मूंदे रहे. लिहाजा गड़बड़ी के खेल में करोड़ों की योजना दम तोड़ती नजर आ रही है. अधिकांश जगहों पर लगाये गये लाइट खराब पड़े हैं. इधर, जिले के डीएम साकेत कुमार ने साफ तौर पर कहा है कि अगर ऐसी शिकायत मिलती है तो जांच करवा कर दोषी पर नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी. ——————-796 सोलर लाइट पर खर्च हुए 4.66 करोड़ जिले के विभिन्न प्रखंडों मंे बीआरजीएफ, 13वीं, 12वीं, चतुर्थ वित्त योजना की राशि से सोलर लाइट की खरीदारी की गयी. वर्ष 2010 के बाद अलग अलग वर्षों मंे विभिन्न जगहों पर सोलर लाइट लगाये गये. जिले में कुल 796 सोलर लाइट की खरीदारी पर कुल चार करोड़ 65 लाख 69 हजार 216 रुपये फूंक दिये गये. सोलर लाइट की खरीदारी के वक्त गुणवत्ता को ताक पर रख दिया गया. लिहाजा लगाने के बाद ही अधिकांश लाइट खराब होने शुरू हो गये. जबकि नियमानुसार दो वर्षों तक सोलर लाइट के मेंटनेंस भी आपूर्तिकर्ता को ही करना था. ——————राज्य सूचना आयुक्त भी सख्त जिलाधिकारी खगडि़या द्वारा यह बताया जाना चाहिये कि जब सोलर लाइट का क्रय बे्रडा या उसके अधिकृत एजेंसी के माध्यम से की जानी थी और ऐसा नहीं किया गया, तो इसके लिये दोषी पदाधिकारी/कर्मचारी या अन्य को चिह्नित कर विभागीय कार्यवाही या अन्य कोई कार्रवाई प्रारंभ की गयी या नहीं? इस संबंध में स्पष्ट जानकारी आयोग को सुनवाई की अगली तिथि से पूर्व दिया जाये. यह राज्य सूचना आयुक्त द्वारा खगडि़या के जिलाधिकारी के पत्र का अंश है. यह पत्र आरटीआई के आवेदन के आलोक में डीएम को भेजा गया था. बता दें कि सोलर लाइट मंे बड़े पैमाने पर हुए भ्रष्टाचार के मामले में आरटीआई कार्यकर्ता शैलेन्द्र सिंह तरकर ने योजना से जुड़ी जानकारी के लिये आवेदन दिया था. सूचना नहीं मिलने पर अपील किया गया. ——————–चर्चा का बाजार गर्म मीडिया मंे सोलर लाइट प्रकरण तूल पकड़ने के बाद गड़बड़ी में शामिल लोगों की सांसें फूल रही है. इधर, सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी में अलौली प्रखंड में सोलर लाइट खरीद में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद चर्चा का बाजार गरम है. सोलर लाइट की फाइल पर जमी धूल फिर से हटने के बाद अब कार्रवाई का भय सताने लगा है. इधर, कई वार्ड सदस्य ने शपथ देकर कहा है कि उनकी उपस्थिति में सोलर लाइट लगाने के लिये कोई आमसभा नहीं हुआ है और ना ही आम सभा होने की जानकारी है.

Next Article

Exit mobile version