डकैती के लिए सेफ जोन बना महेशखूंट-भरतखंड रेलखंड
डकैती के लिए सेफ जोन बना महेशखूंट-भरतखंड रेलखंड पसराहा. कटिहार बरौनी रेल खंड के बीच महेशखूंट से भरतखंड रेलखंड अपराधियों के लिए सेफ जोन माना जाता है. यही कारण है कि ट्रेन में डकैती कर अपराधी आराम से फरार हो जाते हैं. रेल डकैती कि छोटी छोटी घटनाएं प्राय: इन क्षेत्रों में होती ही रहती […]
डकैती के लिए सेफ जोन बना महेशखूंट-भरतखंड रेलखंड पसराहा. कटिहार बरौनी रेल खंड के बीच महेशखूंट से भरतखंड रेलखंड अपराधियों के लिए सेफ जोन माना जाता है. यही कारण है कि ट्रेन में डकैती कर अपराधी आराम से फरार हो जाते हैं. रेल डकैती कि छोटी छोटी घटनाएं प्राय: इन क्षेत्रों में होती ही रहती है . वर्ष 1992 में इसी रेल खंड के पितौंझिया ढाला के समीप एक सवारी गाड़ी को रात्रि में चेन पुलिंग कर यात्री के साथ अपराधियों द्वारा मारपीट व लूटपाट किया गया था. जबकि दूसरी घटना को अंजाम देने में एक बार फिर से पितौझिया के पास अपराधी कामयाब हो गये. जबकि रात्रि यात्रा में यात्री कि सुरक्षा में राजकीय रेल पुलिस की तैनाती ट्रेन पर रहती है.