जर्जर खपरैल भवन में पढ़ते हैं बच्चे

जर्जर खपरैल भवन में पढ़ते हैं बच्चेफोटो है 18 व 19 मेंकैप्सन- जर्जर स्कूल व जर्जर खपरैल के नीचे पढ़ाई करते बच्चे प्रधानाध्यापक की लापरवाही से नहीं हो रहा है भवन का निर्माणकई बार ग्रामीण कर चुके हैं प्रशासन से शिकायतप्रतिनिधि, गोगरीअनुमंडल क्षेत्र के रामपुर पंचायत के मध्य विद्यालय फतेहपुर में भवन के अभाव में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2015 10:13 PM

जर्जर खपरैल भवन में पढ़ते हैं बच्चेफोटो है 18 व 19 मेंकैप्सन- जर्जर स्कूल व जर्जर खपरैल के नीचे पढ़ाई करते बच्चे प्रधानाध्यापक की लापरवाही से नहीं हो रहा है भवन का निर्माणकई बार ग्रामीण कर चुके हैं प्रशासन से शिकायतप्रतिनिधि, गोगरीअनुमंडल क्षेत्र के रामपुर पंचायत के मध्य विद्यालय फतेहपुर में भवन के अभाव में आज भी सैकड़ों बच्चे जर्जर खपरैल के भवन में शिक्षा ग्रहण करने पर मजबूर हैं. स्कूल भवन निर्माण के लिए शिक्षा विभाग की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है. स्कूल के प्रधानाध्यापक भी विद्यालय भवन निर्माण में रुचि नहीं ले रहे हैं. जर्जर खपरैल भवन कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकता है. स्थानीय लोगों ने दी जमीन जानकारी के अनुसार स्थानीय शंकर प्रसाद ने विद्यालय को चार कट्ठा और मैदान के लिए 10 कट्ठा जमीन 11 दिसंबर, 2014 को विद्यालय के नाम से रजिस्ट्री की थी. पर, प्रधानाध्यापक की लापरवाही से विद्यालय का निर्माण अटका हुआ है.झोपड़ी में बनता है मध्याह्न भोजन बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन झोपड़ी में बनाया जाता है. यहां स्वच्छता का घोर अभाव रहता है. अभिभावक राजेश कुमार झा, रितेश कुमार आदि ने बताया कि फतेहपुर स्थित स्कूल का भवन काफी जर्जर है. तीन कमरों में संचालित स्कूल की दीवारें कमजोर हैं. छत व बरामदे में बरसात में पानी टपकता है. नीचे का फर्श टूट गया है. दरवाजे भी टूट चुके हैं. बरसात में छत व दीवार गिरने की आशंका बनी रहती है. कहते हैं प्रधानाध्यापक प्रधानाध्यापक खगेश मिश्र ने बताया कि दान की मिली हुई जमीन में स्थानीय मुखिया द्वारा मिट्टी भराई करने के बाद ही स्कूल भवन का निर्माण कराया जायेगा.

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