धान की खरीदारी पर लगा ग्रहण

धान की खरीदारी पर लगा ग्रहण किसान मजबूरी में बिचौचिलयों के हाथ बेच रहे धानधान खरीद की घोषणा के कई दिन बाद भी नहीं शुरू हुई खरीदारीफोटो है 20 में कैप्सन- दौनी करते किसान प्रतिनिधि, बेलदौरसरकार की धान खरीदारी की तिथि निर्धारित करने के एक सप्ताह के बाद भी पैक्सों एवं व्यापार मंडलों में खरीदारी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2015 10:13 PM

धान की खरीदारी पर लगा ग्रहण किसान मजबूरी में बिचौचिलयों के हाथ बेच रहे धानधान खरीद की घोषणा के कई दिन बाद भी नहीं शुरू हुई खरीदारीफोटो है 20 में कैप्सन- दौनी करते किसान प्रतिनिधि, बेलदौरसरकार की धान खरीदारी की तिथि निर्धारित करने के एक सप्ताह के बाद भी पैक्सों एवं व्यापार मंडलों में खरीदारी शुरू नहीं हो पायी है. इससे किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर इस बार भी धान बेचने का सपना साकार होता नहीं दिख रहा है. उल्लेखनीय है कि पैक्सों में अभी तक धान की खरीदारी आरंभ नहीं हो पाई है. इस संबंध में बोबिल पैक्स के अध्यक्ष भूपाल भारती ने कहा कि व्यापार मंडल के निर्वाचित अध्यक्ष का निधन कार्यकाल पूरा होने के पूर्व हो जाने के कारण व्यापार मंडल में भी धान की खरीदारी शुरू नहीं हो पायी है. सरकारी स्तर पर धान खरीदारी की घोषणा विगत 5 दिसंबर से ही कर दी गई है. इसके बाबजूद भी कोई किसान अब तक एक छटांक भी धान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर पैक्सों अथवा व्यापार मंडल में बेच पाने में सफल नहीं हो पाया है. धान की सरकारी खरीदारी प्रारंभ होने की घोषणा के कई दिन गुजर जाने के बाद किसान व्यापारियों के हाथ में हजार रुपये से ग्यारह सौ रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान बेचने को विवश हैं. उल्लेखनीय है कि व्यापार मंडल के अध्यक्ष का निधन कई माह पूर्व हो गया था. व्यापार मंडल के नियमावली के मुताबिक अध्यक्ष का चुनाव बिना ढाई वर्ष पूरे हुए बगैर नहीं करवाया जा सकता है. ऐसी परिस्थिति में उनके निधन के बाद सर्वसम्मति से अध्यक्ष का मनोनयन कर लेने का प्रावधान है. पर, अध्यक्ष के निधन के कई माह गुजर जाने के बाद भी उस पद पर अब तक मनोनयन का कार्य पूरा नहीं हो पाया है. इससे धान की खरीदारी प्रारंभ होने में तकनीकी अड़चनें पैदा हो गयी हैं. कहते हैं बीडीओ बीडीओ अमरेद्र कुमार सिन्हा ने बताया कि तकनीकी अड़चन आ जाने के कारण पैक्सों एवं व्यापार मंडल में धान की खरीदारी शुरू नहीं हो पा रही है. प्रशासन इन तकनीकी अड़चनों को दूर करने का प्रयास कर रहा है.

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