घटिया राशन लेने से इनकार

घटिया राशन लेने से इनकारउपभोक्ताओं ने मचाया हंगामाडीलर ने गड़बड़ी का ठीकरा डोर टू स्टेप डिलिवरी एवं एसएफसी के कर्मियों पर फोड़ा फोटो है 9 में कैप्सन- चावल मे कंकड पत्थर दिखाते उपभेाक्ता बेलदौर . गुरूवार को खाधान्न सुरक्षा अधिनियम के तहत चयनित लाभुकों को तेलिहार पंचायत के पीडीएस विक्रेता सुशांत कुमार द्वारा खाद्यान्न वितरण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2015 10:04 PM

घटिया राशन लेने से इनकारउपभोक्ताओं ने मचाया हंगामाडीलर ने गड़बड़ी का ठीकरा डोर टू स्टेप डिलिवरी एवं एसएफसी के कर्मियों पर फोड़ा फोटो है 9 में कैप्सन- चावल मे कंकड पत्थर दिखाते उपभेाक्ता बेलदौर . गुरूवार को खाधान्न सुरक्षा अधिनियम के तहत चयनित लाभुकों को तेलिहार पंचायत के पीडीएस विक्रेता सुशांत कुमार द्वारा खाद्यान्न वितरण के दौरान ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया. घटिया किस्म के चावल में कंकड़-पत्थर देखते ही ग्रामीणों ने खाद्यान्न लेने से इनकार कर दिया. उपभोक्ताओं ने बताया कि एक तो समय पर लोगों को अनाज नहीं मिलता है, जब देर सबेर मिलता भी है तो चावल व गेहूं खाने लायक नहीं होता है. नवंबर के चावल में गेहूं के साथ-साथ काफी मात्रा में कंकड पत्थर है. इसको मवेशी भी नहीं खायेंगे. वहीं पीडीएस विक्रेता सुशांत कुमार इस गड़बड़ी का ठीकरा डोर टू स्टेप डिलिवरी एवं एसएफसी के कर्मियों पर फोड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि एक सप्ताह पूर्व भी आवंटन दिया गया था, जिसमे 48 बैग चावल घटिया क्वालिटी व कंकड़-पत्थर मिश्रित था . इसकी शिकायत कर एसएफसी को लौटा दिया गया. बावजूद नवंबर माह के पीएचएस के 55.2 क्विंटल गेहूं , 42.53 क्विंटल चावल एवं वाई योजना के 18.48 क्विंटल गेहूं, 27.72 क्विंटल चावल आवंटित करने में इसकी अनदेखी की गयी. आवंटित अनाज में 55 बैग चावल घटिया व कंकड पत्थर मिले हैं, जिसे लेने से उपभोक्ताओ ने इनकार कर दिया. वहीं बार-बार मिल रही शिकायत के संबंध में एजीएम दीपक कुमार ने बताया कि नवंबर माह का दो गाडी राशन गोदाम को उपलब्ध कराया गया. इसमें 44 डीलरों का आवंटन भेज दिया गया. जिस बैग का मुंह हाथ से सिलाई कर रिपैंकिग किया गया है. शिकायत मिल रही है. इसका सैंपल भी जिले को भेज दिया गया हैं. वहीं मिल रही शिकायत पर पीडीएस विक्रेताओं ने बताया कि डोर टू स्टेप डिलिवरी के कारण डीलरों को गोदाम पर जाने से रोक दिया गया है एवं मनमाने तरीके से बगैर माप तोल के घटिया अनाज उक्त एजेंसी द्वारा पीडीएस दुकानों तक भेज दिया जाता है. इसका खामियाजा उपभोक्ता एवं डीलर को भुगतना पड़ता है.

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