न मजदूरों का हुआ सर्वेक्षण और न खुला वद्यिालय

न मजदूरों का हुआ सर्वेक्षण और न खुला विद्यालय जिले के दर्जनों बाल मजदूर ईट भट्ठे, होटलों सहित अन्य जगहों पर काम करने को विवशबाल मजदूरों की स्थिति बनी हुई है ज्यों की त्यों केंद्र सरकार व राज्य स्तर से बंद बाल श्रमिक विद्यालयों को फिर से शुरू करने का दिया गया है निर्देश प्रतिनिधि, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2015 9:52 PM

न मजदूरों का हुआ सर्वेक्षण और न खुला विद्यालय जिले के दर्जनों बाल मजदूर ईट भट्ठे, होटलों सहित अन्य जगहों पर काम करने को विवशबाल मजदूरों की स्थिति बनी हुई है ज्यों की त्यों केंद्र सरकार व राज्य स्तर से बंद बाल श्रमिक विद्यालयों को फिर से शुरू करने का दिया गया है निर्देश प्रतिनिधि, खगड़ियाजिले में न तो बाल मजदूरों का सर्वेक्षण हुआ और न हीं कई वर्षों से बंद पड़े एनसीएलपी विद्यालय ही खोले गये हैं. जिस कारण बाल मजदूरों की स्थिति ज्यों की त्यों बनी हुई है. आज भी जिले के दर्जनों बाल मजदूर ईट भट्ठे, होटलों सहित अलग अलग क्षेत्रों में काम कर रहे हैं. जिसकी उम्र 14 वर्ष हैं. ऐसे बच्चों के व्यवसायिक शिक्षा, शैक्षणिक शिक्षा सहित छात्रवृति एवं अल्प भोजन की व्यवस्था के लिए जिले में कई वर्ष पूर्व 54 राष्ट्रीय बाल श्रमिक विद्यालय खोले गये थे. जो 2-3 वर्ष चलने के बाद बंद हो गया. वर्तमान समय में भी यह विद्यालय बगैर ठोस कारण बंद पड़े हुए हैं. विभागीय सूत्र की माने तो केंद्र सरकार एवं राज्य स्तर से बंद बाल श्रमिक विद्यालयों को फिर से शुरू करने का निर्देश दिया गया है. लेकिन बाल मजदूरों के कल्याण के लिए इस विद्यालय को फिर से आरंभ नहीं किया गया. सर्वेक्षण कराने का निर्देश इधर एक बार फिर जिले में बाल मजदूरों का सर्वेक्षण कराने का निर्देश दिया गया है. केंद्रीय श्रम संसाधन विभाग के संयुक्त सचिव धीरज कुमार के द्वारा लिखे गये पत्र के आलोक में राज्य के श्रम संसाधन विभाग के सचिव एस सिद्धार्थ ने डीएम को पत्र लिख कर बाल श्रमिकों का सर्वेक्षण कराकर राज्य स्तर पर रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है. सचिव ने डीएम को लिखे पत्र में कहा है कि प्रत्येक तीन वर्ष में बाल श्रमिकों का सर्वेक्षण कराना है. ताकि खतरनाक कार्य में लगे बच्चों को वहां से विमुक्त करा कर विशेष प्रशिक्षण केंद्रों में वैसे मजदूरों को औपचारिक शिक्षण के उपरांत उन्हें मुख्य धारा में शामिल किया जा सके. दो माह से रिक्त है पदश्रम अधीक्षक सह परियोजना निदेशक एनसीएलपी का पद बीते दो माह से रिक्त पड़ा हुआ है. मिली जानकारी के मुताबिक बीते 31 अक्टूबर को ही श्रम अधीक्षक जिया उल्लाह खान सेवा निवृत हो गया है. और न ही जिला स्तर से किसी पदाधिकारी को श्रम अधीक्षक का प्रभार सौंपा गया है. श्रम अधीक्षक के नहीं रहने से विभागीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं.

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