चलने के काबिल नहीं रही सड़क

चलने के काबिल नहीं रही सड़कहाल सोनवर्षा से लेकर छतीसनगर तक जाने वाले जीएन बांध काफोटो है 5 मेंकैप्सन- जर्जर कच्ची सड़क पर वाहन को धक्का मारते ग्रामीण महेशखूंट. गोगरी प्रखंड के सर्किल नंबर एक के एनएच 107 सोनवर्षा से लेकर छतीसनगर तक जाने बाली जीएन बांध की स्थिति दयनीय बनी हुई है. बारिश के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2016 10:35 PM

चलने के काबिल नहीं रही सड़कहाल सोनवर्षा से लेकर छतीसनगर तक जाने वाले जीएन बांध काफोटो है 5 मेंकैप्सन- जर्जर कच्ची सड़क पर वाहन को धक्का मारते ग्रामीण महेशखूंट. गोगरी प्रखंड के सर्किल नंबर एक के एनएच 107 सोनवर्षा से लेकर छतीसनगर तक जाने बाली जीएन बांध की स्थिति दयनीय बनी हुई है. बारिश के मौसम को छोड़ दें सूखे में भी इस मार्ग पर पैदल यात्रा करना भी मुश्किलों से भरा है. जबकि यह बांध बालतारा, पौरा, मैरा, पकरैल,कोयला आदि पंचायतों के लोगों के लिए आवागमन का मुख्य साधन है. सड़क जर्जर होने से लोगों को आवागमन मंे परेशानी होती है.यहां के लोग प्रत्येक चुनाव के समय सड़क की मांग को एक मुद्दा बनाते हैं. इस क्षेत्र के लोग आज भी सड़क के लिए तरस रहे हैं. उल्लेखनीय है कि उक्त सड़क से गोगरी ,चौथम व परबत्ता प्रखंड के दर्जनों गांव एक दूसरे से जुड़ा हुआ है. स्थानीय लोगों ने बताया कि एक दशक पूर्व सड़क पर मिट्टी भराई का कार्य किया गया था. ऐसे भी प्रत्येक साल बाढ़ के प्रकोप के सामना करना यहां के लोगों की मजबूरी बनी हुई है. बरसात के मौसम में पैदल चलना दुश्वार इस क्षेत्र में काली व बलबाही मिट्टी होने के कारण बरसात के तीन माह लोगों को साईिकल मोटरसाइकिल तो दूर पैदल चलना भी दुश्वार हो जाता है. लोग हाथ में जूता चप्पल लेकर चलने पर मजबूर होते हैं. गरमी के मौसम में वाहन चालकों को धूल का सामना करना पड़ता है. कभी धूल तो कभी पानी का करना पड़ता है सामना इस क्षेत्र के भौगौलिक बनाबट ऐसी है कि साल के पांच माह बरसात व बाढ़ के पानी तथा सात माह धूल का सामना करना पड़ता है. हालांकि प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत पकरैल से कन्हौली बलतारा तक सड़क बनाया जा रहा था. लेकिन ठेकेदार के लपवाही के कारण यह सड़क भी चार साल से अधूरा पड़ा हुआ है. एनएच 31 गौछारी के पास से मैरा देते हुए रावड़ीनगर तक सड़क बनाया जा रहा है. जिससे उक्त पंचायत में रह रहे लोगों को आवागमन में परेशानी से निजात मिलने की उम्मीद जगी है. कहते हैं ग्रामीणग्रामीण राजेश कुमार, निलेश कुमार, पिन्टु यादव, मुकेश कुमार, सुशील कुमार सिंह, पमपम कुमार, दीपक कुमार सिंह, पांडव कुमार, बमबम कुमार आदि ने बताया कि ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग को लेकर पौरा थाना के पास एक दिन उपवास रखा था. उसके बाद पौरा गांव के लोगों ने पोलियो राउंड की बहिष्कार किया था. युवा शक्ति की ओर से समाहरणालय के समक्ष धरना दिया गया. ग्रामीणों ने बताया कि सड़क का निर्माण कार्य जल्द नहीं किया गया, तो वे लोग फिर से आंदोलन करने को विवश होंगे.

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